बंगलूरू: मंगलवार रात को बंगलूरू पुलिस ने शहर के कुछ हिस्सों में हुई हिंसा के सिलसिले में 60 और लोगों को गिरफ्तार किया है. आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि “डीजे हल्ली और केजी हल्ली मामले में गिरफ्तारी जारी है और कलीम पाशा सहित 60 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक कुल 206 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’’
उन्होंने बताया कि कलीम पाशा बृहद बंगलूरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) में नगवारा से पार्षद इरशाद बेगम का पति है और उस पर हिंसा करने वालों को उकसाने का आरोप है. कलीम पाशा की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक में कांग्रेस की पार्षद का पति कलीम पाशा गिरफ्तार. एसडीपीआई के चार वरिष्ठ पदाधिकारी भी गिरफ्तार. इसके बावजूद राज्य के कांग्रेस नेता दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं. दंगों की निंदा नहीं कर रहे. उनकी नजर केवल आगामी बीबीएमपी चुनाव पर है.’’
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हैशटैग कांग्रेस दलितों के खिलाफ है.’’ गौरतलब है कि कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने गुरुवार को कहा कि बंगलूरू में भीड़ द्वारा की गई हिंसा के पीछे सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) की भूमिका सामने आई है. इस संबंध में गहराई से जांच की जाएगी.
कांग्रेस के पुलकेशी नगर से विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति के रिश्तेदार पी नवीन द्वारा सोशल मीडिया पर कथित रूप से आपत्तिजनक पोस्ट डाले जाने पर डीजे हल्ली और आसपास के इलाके में मंगलवार रात को भीड़ हिंसक हो गई थी, जिसे काबू करने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाई थीं और इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी.
भीड़ ने कई वाहनों में आग लगाई और श्रीनिवासमूर्ति और उनके भतीजे नवीन के घर पर पत्थरबाजी की. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई और 105 लोग घायल हो गए, जिसमें 70 पुलिस वाले और 35 नागरिक शामिल हैं.
दंगाइयों ने विधायक के आवास और डीजे हल्ली पुलिस थाने के अलावा पुलिस के वाहनों और कई निजी वाहनों में आग लगा दी थी. दंगाइयों ने विधायक और उनकी बहन के आवास पर लूटपाट भी की थी.
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि मामले में गिरफ्तार अधिकतर लोगों को परप्पाना अग्रहारा केंद्रीय कारागार में रखा गया है और उन्हें बेल्लारी केंद्रीय कारागार भेजा जा रहा है.