सुभाष प्रसाद सिंह,
जामताड़ा: जिला परिषद सभागार में डीएलसीसी/डीकेआरसी की बैठक उपायुक गणेश कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई .
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि बैंकों को ग्राहकों के साथ दोस्ताना व्यवहार करना चाहिए. ग्राहकों को परेशान नहीं बल्कि उचित सम्मान देने की ज़रूरत है.
बैठक में ऋण /जमा अनुपात, वार्षिक ऋण योजना से संबंधित वित्तीय वर्ष 2019-20 की उपलब्धियों की समीक्षा, किसान क्रेडिट कार्ड, सूक्ष्म एवं लघु तथा मध्यम उद्योग की समीक्षा, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, स्वयं सहायता समूह (एसएचजी), शहरी स्वरोजगार कार्यक्रम (एनयूएलएम), ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केन्द्र (आरएसईटी) के द्वारा भेजे गए आवेदन तथा बैंकों द्वारा कि गई स्वीकृति की समीक्षा, वित्तीय समावेशन एवं प्रधानमंत्री जन धन योजना, स्कूली बच्चों का खाता खोलने, खाते में आधार सीडिंग, पीएम किसान के लाभुकों को केसीसी देने आदि अन्यान्य विषयों की समीक्षा की गई.
बैठक में अग्रणी बैंक प्रबंधक एसएल बैठा ने बताया कि भारत सरकार वित्त विभाग का साफ निर्देश है कि वैसे लाभुक जिसकी एंट्री पीएम किसान के पोर्टल पर है और वे केसीसी का लाभ नहीं लिए है. उन्हें इसका लाभ देना है.
उन्होंने आगे बताया कि पिछले 4-5 वर्षों में ऋण जमा अनुपात 26 से 27 प्रतिशत तक रह पाता था. इस वर्ष का लक्ष्य 40 प्रतिशत मिला है, जिसे बैंकों के सहयोग से प्राप्त किया जा सकता है. साथ ही 30 प्रतिशत से नीचे रहने वाले को कारण बताना होगा.
बैठक में सभी बैंकर्स से बारी बारी से सभी बैंकों के द्वारा दिए जा रहे केसीसी लोन,प्रधानमंत्री मुद्रा लोन, एसएचजी को दिए जाने वाले लोन वितरण में भारी कमी को देखते हुए अपनी कड़ी नाराजगी दिखाई और कहा कि ऐसे में आप लक्ष्य को कैसे प्राप्त करेंगे जबकि वित्तीय वर्ष समाप्ति होने पर है.
वहीं यूनाइटेड बैंक के प्रबंधक के कर्मचारी नहीं होने के बहाने पर उन्हें फटकार भी लगाई की ये बहाना कर के आप अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते.
उन्होंने सभी ब्रांच मैनेजरों से कहा कि एसएचजी समूह को दिए जाने वाले लोन में निर्धारित समय के अंदर राशि वापस करने पर मात्र 7 प्रतिशत की दर से ही ब्याज लगता है. विलंब होने की स्थिति में ज्यादा ब्याज देना पड़ता है. अगर महिलाएं तय समय में ही ऋण का भुगतान कर देती है तो उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. साथ दल ही जेएसएलपीएस के कंसल्टेंट के द्वारा दिए गए डाटा और बैंक के डाटा मिलान पर कहा कि आप बैंक से वेरीफाई कर के डाटा दें. बीपीएम का बैठक बुलाएं ताकि एसएचजी समूह की महिलाओं को लोन देने में आ रहीं बाधाओं को दूर किया जा सके.
मौके पर विधायक ने कहा को जिला प्रशासन के द्वारा सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. आम लोगों के बीच बैंकों में संचालित योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पाती है. इसलिए गांवो में होने वाले कार्यक्रमों में बैंकर्स भी अपनी योजना की जानकारी दें.
उपायुक्त ने सभी बैंक प्रबंधक को अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कहा.
इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंक के प्रबंधकों को उपायुक्त, विधायक एवं उप विकास आयुक्त ने प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया.