बरकट्ठा: रख हौसला वो मंजर भी आएगा प्यासे के पास चलकर समुंदर भी आएगा, हार कर ना बैठ ए मंजिल के मुसाफिर एक दिन मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आएगा. जीवन में सफलता कभी सयोंग से नहीं मिलती, बल्कि कड़ी मेहनत और सही चुनाव से मिलती है. यह वाकया बरकट्ठा की बेटी ने नीट क्वालीफाई कर डॉक्टर बनने का सपना को पूरा किया.
मालूम हो कि प्रखंड के सुदूरवर्ती जंगल से घिरा ग्राम चेचकपी निवासी राजकुमार मेहता की बेटी ने पहले ही प्रयास में नीट परीक्षा क्रेक कर 9904 रैंक प्राप्त कर देश के विख्यात मेडिकल कॉलेज जिमपेर में प्रवेश पाने में सफलता हासिल की है.
बताते चलें कि राजकुमार मेहता भारत सरकार के अधीन सेंट्रल एक्साइज और जीएसटी डिपार्टमेंट में सुपरिंटेंडेंट के पद पर पुदुचेरी में पदस्थापित हैं. बेटी माधवी मेहता की सफलता पर परिवार समेत पूरे प्रखंड के लोगो मे हर्ष है. बेटी माधवी की प्राथमिक शिक्षा हैदराबाद के केंद्रीय विद्यालय से हुई थी. चेन्नई के केंद्रीय विद्यालय में क्लास आठवीं तक पढ़ी.
आगे चलकर पुदुचेरी के केंद्रीय विद्यालय से 12वीं की परीक्षा 2020 में उतीर्ण हुई. माधवी शुरू से ही मेधावी छात्रा रही है.उल्लेखनीय है कि इन्होंने बिना कोचिंग का मदद लिए स्वाध्याय से डॉक्टर बनने का सफर के उड़ान भरी. वह मेडिकल के क्षेत्र में ही अपना कैरियर के प्रति इच्छुक रही है. वह एक अच्छा डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करने की भाव रखती है. वह अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों, माता-पिता समेत माता-पिता के दोस्तो को दिया है.
बरकट्ठा क्षेत्र के लिए एक बेटी का जिप्मेर पुडुचेरी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से एमबीबीएस के लिए नामांकन होना बहुत बड़ी उपलब्धि है.उनकी सफ़लता से पूरा प्रखंड गौरवान्वित महसूस कर रहा है.साथ ही आज की बेटियां किसी भी क्षेत्र में कम नही है यह साबित कर दिखाया है.