पटनाः बिहार क्रिकेट संघ कई बार विवादों में रहा है और एक बार फिर संघ सुर्खियों में है. खबरों की मानें तो बिहार क्रिकेट संघ बीते कुछ महीनों से आईपीएल की तर्ज पर जिस बिहार क्रिकेट लीग के आयोजन की तैयारी कर रहा था, उसके लिए संघ से बीसीसीआई के कोई अनुमति ही नहीं ली थी. इतना ही नहीं पटना में इस लीग के लिए बीते दिनों जिन 100खिलाड़ियों की नीलामी हुई, बोर्ड को उसके बारे में कोई सूचना नहीं दी गई है. बता दें, भारत में किसी भी क्रिकेट संघ अगर किसी तरह के टूर्नामेंट का आयोजन करना चाहता है तो उसके लिए उसे बीसीसीआई की अनुमति लेनी होती है, लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ है.
बिहार क्रिकेट लीग का आयोजन 21-27 मार्च के बीच पटना में प्रस्तावित है. इस टूर्नामेंट में अंगिका एवेंजर्स, भागलपुर बुल्स, दरभंगा डायमंड्स, गया ग्लेडिएटर्स और पटना पायलट पांच फ्रेंचाइजी हिस्सा लेनी वाली थी. हैरानी की बात है कि टूर्नामेंट के लिए आयोजकों ने ब्रॉडकास्टर का इंतजाम भी कर लिया था और एक प्राइवेट चैनल के मैचों के प्रसारण के लिए साथ साझेदारी की गई थी. टूर्नामेंट में शामिल होने वाले खिलाड़ियों बोली प्रति खिलाड़ी 50,000 रुपये रखी गई थी.
बीसीसीआई के एक अधिकारी, जो राज्यों में क्रिकेट लीग को मंजूरी देने से जुड़े हैं, उन्होंने नाम ना छापने की शर्त पर न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा,”जहां तक मैं जानता हूं बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) को 28 फरवरी की शाम तक किसी टी20 लीग के आयोजन को लेकर कोई मंजूरी नहीं दी गयी है.” दूसरी तरफ इस मामले में बिहार क्रिकेट संघ का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है. पीटीआई के अनुसार, जब उन्होंने बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी से इस तरह के टूर्नामेंट के आयोजन के लिए आवश्यक स्वीकृति पत्र लेने से पहले खिलड़ियों की नीलामी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा,”हमने BCCI से अनुमति मांगी थी लेकिन अभी तक हमें कोई जवाब नहीं मिला है. मैं आपसे कल बात करूंगा.”