चंडीगढ़: रविवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब में बढ़िया शासन और व्यापक विकास के किए गए प्रयासों के लिए प्रतिष्ठित आदर्श मुख्यमंत्री पुरस्कार से भारतीय छात्र संसद (बीसीएस) ने सम्मानित किया. बीसीएस के चार दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के 10वें समारोह के आखिरी दिन कैप्टन को यह अवार्ड भारत के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी ने भेंट किया. बीसीएस ने कैप्टन के विशाल तजुर्बे और अमल में लाए नैतिक मूल्यों को सराहा, जिनके फलस्वरूप उनको समाज में बड़ी और विलक्षण पहचान मिली.
इस मौके पर उपस्थित मशहूर शख्सियतों में केंद्रीय खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री किरण रिजिजू, पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह, पद्म विभूषण और ऑरोविले फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. करण सिंह, एमआईटी-एसओजी के कार्यकारी डायरेक्टर राहुल कराद और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी पुणे के संस्थापक डॉ. विश्वनाथ कराद शामिल थे.
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इस मौके पर मुख्यमंत्री ने भारत के नौजवानों को सक्रिय राजनीति में रचनात्मक भूमिका निभाने का न्योता देते हुए कहा कि यह उनका फर्ज है कि वह देश की तकदीर बदलने के लिए भविष्य के नेता के तौर पर आगे आएं. उन्होंने नौजवानों से मुखातिब होते हुए कहा क्योंकि हम बाहर जा रहे हैं और आप इस रास्ते पर आ रहे हो, यह आपकी ड्यूटी बनती है कि आप लोकतंत्र की शानदार परंपराओं को बरकरार रखते हुए अपने देश की सेवा दृढ़ वचनबद्धता, संजीदगी और ईमानदारी के साथ निभाएं.
कैप्टन ने राजनीति में कूदने की इच्छा रखने वाले छात्रों को अपने-अपने राज्य के सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र के साथ-साथ जनसांख्यिकीय जैसी स्थिति से अच्छी तरह परिचित होने की अपील की. उन्होंने नौजवानों से अपील की कि आप ताकत या ठाठ-बाठ के लिए सत्ता में न आएं, बल्कि देश की सेवा और अपने राज्य को और बढ़िया बनाने के लिए राजनीति में सक्रिय हों.