अहमदाबाद: देश में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है. इस रफ्तार की जिम्मेदार कोरोना की नई लहर है, जो बहुत की तेज गति से एक के बाद एक करके बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर रही हैं.
वहीं कोरोना की जांच के बाद संक्रमित होने का पता लगाना भी इस नई लहर में परेशानियों से भरा है, क्योंकि संक्रमण की जांच के लिए यूज किए जा रहे आरटी-पीसीआर टेस्ट भी इसको पकड़ नहीं पा रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, आरटी-पीसीआर टेस्ट में लगभग 80 फीसदी केस में कोरोना का पता लगाते हैं, ऐसे में डॉक्टर्स का कहना है कि टेस्ट होने के 24 घंटे बाद ही अगर सीटी स्कैन टेस्ट कराया जाए तो असली रिपोर्ट की जानकारी मिल सकती हैं.
देश के कई राज्यों सहित गुजरात में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. यहां आरटी-पीसीआर में रिपोर्ट निगेटिव है, लेकिन फिर भी लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं.
गुजरात में डॉक्टर आरटी-पीसीआर के जरिए टेस्टिंग करते हैं, लेकिन हाई रिजोल्यूशन सीटी स्कैन के अंदर उनके फेफड़ों में कोविड जैसा ही संक्रमण मिलने का खुलासा किया है. बताया जा रहा है कि अगर फेफड़ों में लाइट ग्रीन या फिर ब्राउन कलर के पैच दिखते हैं तो ये कोरोना के लक्षण होते हैं.