नई दिल्ली: कोरोना महामारी ने कई लोगों को अपनों से दूर कर दिया. कई लोगों की जान ले ली तो कई बुजुर्ग माता-पिता बच्चों से मिलने को तरस गए. बहुत से बुजुर्ग अकेले हो गए. उन्हें ओल्ड ऐज होम में रहना पड़ा. ताकि वो इस वायरस से बचे रहें. हालांकि इन बुजुर्गों को उम्मीद थी कि एक दिन उनके अपने उनसे जरूर मिलेंगे और ऐसी ही एक कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की है फोटोग्राफर लिंडसे वॉससन ने.
उन्होंने एक बुजुर्ग महिला की कहानी शेयर की है. जो एक साल से अपने परिवार से दूर थीं. अमरीका के सीटल की रहने वाली 98 साल की दादी योशिया कोरोना काल में अपने बच्चों से एक खिड़की से ही मिलती थी. बेटा मार्क अपनी मां को बीते एक साल से गले नहीं लगा पाया था. उन्होंने बताया कि ये काफी मुश्किलों भरा दौर था. मैं उन्हें खिड़की से ही देख पाता था. वो बस मुझे देखकर ही खुश हो जाती थी. उन्हें सुनने और बोलने में दिक्कत होती थी. वो बस मुझे देखती रहती थी.
योशिया एक ऐसे ओल्ड ऐज स्टे में रहती थी जो खासकर जापानी मूल के अमेरिकी वासियों के लिए बना था. बीते हफ्ते ही यहां रहने वाले सभी बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई गई है. जिसके बाद मार्क ने अपनी मां को सरप्राइज देने की ठानी. वो बिना बताए ही अपनी मां से मिलने चले गए. लिंडसे ने इसी बीच उनकी तस्वीरें लीं. इन तस्वीरों में एक मां की खुशी साफ दिखती है. पहले योशिया को आंखें बंद करने के लिए कहा गया. फिर मार्क अंदर आए और उन्होंने अपनी मां को सरप्राइज दिया. मार्क ने और उनके बच्चों ने मिलकर योशिया के कमरे को सजाया. उन्होंने कुछ यादों से भरी तस्वीरें अपनी मां को खुश करने के लिए दीवार पर चिपकाई. मार्क ने बताया कि इतना खुश वो कभी नहीं हुए. जितना वो अपनी मां के एक्सप्रेशन्स देखकर हुए. उन्होंने बताया कि अपनी मां को महसूस करना, उसे छूना दुनिया में सबसे खूबसूरत होता है.