नई दिल्ली: बच्चों में दस्त, उल्टी और पेट में ऐंठन- कोरोना वायरस के लक्षण हो सकते हैं. ब्रिटिश रिसर्चरों ने यह दावा किया है. क्वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट बच्चों पर अध्ययन कर रहा है और उसके मुताबिक जिन लक्षणों पर नजर रखी जा रही है, उसमें इसे भी जोड़े जाने की जरूरत है. मौजूदा समय में कोरोना वायरस के तीन ही आधिकारिक लक्षण हैं- बुखार, खांसी और स्वाद या गंध की पहचान का जाना. इसमें से कोई भी लक्षण होने पर व्यक्ति को आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जाती है और उनका टेस्ट कराया जाता है. लेकिन बच्चों को लेकर ब्रिटिश रिसर्चरों के इस अध्ययन से लग रहा है कि इस सूची में बढ़ोत्तरी हो सकती है.
इस अध्ययन में करीब एक हजार बच्चों को शामिल किया गया. अध्ययन के मुताबिक, 992 बच्चों में 68 के शरीर में वायरस के एंटीबॉडीज देखने को मिले हैं। जिन बच्चों में एंटीबॉडीज पाया गया है उनमें से आधे को कोविड-10 के निर्धारित लक्षण भी देखने को मिले हैं. हालांकि इनमें से किसी भी बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत नहीं आई है.
इस शोध दल के प्रमुख डॉ. टॉम वाटरफील्ड ने बताया, ‘राहत की बात यह है कि बच्चे वायरस से बहुत बीमार नहीं हुए हैं, लेकिन हम ये नहीं जानते हैं कि उनसे वायरस कितने बच्चों तक पहुंचा है. हमारे अध्ययन से दस्त और उल्टी बच्चों में लक्षण के तौर पर देखे गए हैं. हमलोग इसे आधिकारिक लक्षण की सूची में जोड़ने पर विचार कर रहे हैं.’
अमेरिकी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल ने कोविड-19 के संभावित लक्षणों में जी मितलाना, उल्टी और दस्त आने को शामिल किया है. इससे पहले ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस ने कोरोना वायरस के तीन लक्षणों को चिन्हित किया हुआ है. इन लक्षणों का अंदाजा होते ही आपको सचेत होना है और तमाम एहितायात बरतने होंगे, जिसमें चिकित्सीय सलाह लेना भी शामिल है.
जानें ये तीन लक्षण
लगातार खांसी का आना- इस कारण लगातार खांसी हो सकती है यानी आपको एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी हो सकती है और 24 घंटों के भीतर कम से कम तीन बार इस तरह के दौरे पड़ सकते हैं, लेकिन अगर आपको खांसी में बलगम आता है तो ये भी चिंता की बात हो सकती है.
बुखार- इस वायरस के कारण शरीर का तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है, जिस कारण व्यक्ति का शरीर गर्म हो सकता है और उसे ठंडी महसूस हो सकती है.
गंध और स्वाद का पता नहीं चलना- विशेषज्ञों का कहना है कि बुखार और खांसी के अलावा यह भी वायरस संक्रमण का वह संभावित महत्वपूर्ण लक्षण हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
ऐसे में अगर आप या आप जिन लोगों के साथ रहते हों, उनमें किसी में ये लक्षण हों तो उन्हें घर में ही खुद को सेल्फ आइसोलेट करना चाहिए ताकि यह संक्रमण दूसरों तक नहीं पहुंचे.