सिकन्दर शर्मा,
दुमका: पूजा समिति मरकुंडा के तत्वधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कथा सुनाते हुए कथावाचक आचार्य स्वामी नारायण दर्शन जी महाराज ने बताया कि भीष्म पितामह शांतनु ने सत्यवती से विवाह करना चाहा तो सत्यवती ने अपने संतानों को लेकर बहुत चिंतित जाहिर की तभी भावों में आकर भीष्म ने अविवाहित रहने की प्रतिज्ञा कर डाली.
इस अवसर पर अवधेश कुमार प्रजापति अध्यक्ष दिलीप शर्मा सचिव रेखा जी सुधांशु शर्मा, दीनबंधु शर्मा, सह सचिव मुकेश शर्मा, रंजन शर्मा, दीपक शर्मा, रोहित शर्मा, उमाशंकर शर्मा, नारायण राय, जीवन शर्मा, गणेश शर्मा सहित पूजा समिति के अन्य लोग उपस्थित थे.