रांची: भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री एवं विधायक भानूप्रताप शाही ने कहा कि कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन में झारखंड के लगभग 15 लाख प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों में फंसे है और यह सरकार उनकी समस्याओं से आंखे मूंदकर बैठी है. शाही ने सरकार को जगाने के लिये आज अपने आवास पर एक दिवसीय उपवास किया. इनके समर्थन में पार्टी के अन्य विधायक नवीन जायसवाल, अमर बाउरी ,मनीष जायसवाल ने भी अपने अपने आवास पर उपवास किया.
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शाही ने कहा कि भाजपा इस संकट में राजनीति नही करना चाहती, आरोप प्रत्यारोप हमारा मकसद नहीं परंतु झारखंड के गरीबों, मजदूरों की समस्याओं और उनके दर्द के प्रति सरकार को सचेत करना हमसब का नैतिक कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि सरकार के पास अभी तक मजदूरों से संबंधित सही आंकड़े तक उपलब्ध नहीं है. ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री ने जिन पदाधिकारियों को इस काम के लिये नोडल अधिकारी बनाया उनका होम वर्क ठीक से नहीं हुआ. उनसे संबंधित नंबर भी बंद मिलता है. आश्चर्यजनक बात तो यह है कि मुख्यमंत्री ने जो ऐप मजदूरों की सुबिधा के लिये लॉन्च किया वो भी डाउनलोड नहीं हो रहा.
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शाही ने कहा कि भाजपा शाषित उत्तरप्रदेश, बिहार जैसे राज्यों ने मजदुरों के खाते में सहायता राशि दिया पर हम योजना बनाने में ही उलझे हैं. शाही ने कहा कि सरकार गरीबों के बीच राशन वितरण भी कराने में विफल है. केंद्र सरकार ने तीन माह का राशन उपलब्ध करा दिया परंतु प्रदेश की वितरण व्यवस्था लाचर है.
शाही ने कहा कि उपवास के माध्यम से पार्टी मुख्यमंत्री से आग्रह करती है कि गरीबों मजदूरों के सहयोग में उत्तरप्रदेश, बिहार जैसे राज्यों के तर्ज पर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं.