रांची: अटल बिहारी वाजपेयी इनोवेशन लैब जिसे की झारखंड इनोवेशन लैब भी कहते है आम भाषा मे जो कि डपार्टमेंट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी & e-गवर्नेंस झारखंड सरकार के अंदर आता है, उन्होंने कई चरणों के साक्षात्कार और प्रेजेंटेशन तथा इवैल्यूएशन के बाद कई साइंटिस्टों , प्रॉफेसनलओ, IIM
AHAMADABAD की टीम तथा आईएएस की टीम की पूरी इवैल्यूएशन तथा जांच पड़ताल के बाद भुगरु “BHUNGRU” जल संचयन तकनीक को इन्नोवेटिव आईडिया के साथ झारखंड के एक उभरता हुआ स्टार्टअप पाया और टीम भूंगरु को ऑफिसियली स्टार्टअप झारखंड के सर्टिफिकेट भी दिया और झारखंड सरकार अटल बिहारी वाजपेयी इनोवेशन लैब के ऑफिसियल वेबसाइट पर जगह भी दी गई। आज हम दोनों पलामू के लाल Raja Bagchi और Rathin Bhadra के लिए गर्व का दिन है की हमको हमारी अपनी जन्मभूमि, आपने स्टेट झारखंड ने recognize किया गया है.
मैं अपने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी का आभार व्यक्त करता हु की वे झारखंडियों को आगे बढ़ने के लिए हर सम्भव कोशिश कर रहे है और प्लेटफार्म भी दे रहे है .
मैं आईएएस श्री मनोज कुमार जी जो कि उस समय के रांची डीसी थे उनका यह दिल से आभार व्यक्त करना चाहता हु जिहोने इस प्रोजेक्ट को समझने के साथ ही इस भूंगरु प्रोजेक्ट को करने का संकल्प ले लिए और इसी के लिए उन्होंने इसको हर माध्यम से आगे बढ़ाया ऑफिशली इन्ही का प्रयास था कि स्टेट प्लानिंग तथा योजना सह वितए विभाग में ये प्रोजेक्ट गया और वहाँ पर ऐसा हुआ कि मैं हमारे मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह जी का भी हृदय से धन्यवाद करना चाहता हु .
क्योंकि वे ही एक व्यक्ति थे जिहोने हम लोगो का पहला प्रोजेक्ट को पास किया था और कहाँ था कि सरकार अरबो रुपया अलग अलग चीजो में खर्च करती है एक अगर साइंटिफिक प्रोजेक्ट आया है.
जल संचयन का तो एक बार मौका दे के तो देखे , ज्यादे ज्यादे क्या होगा नही successful होगा यही ना इनोवेशन है trail and error तो हो ही सकता है , वो दिन था और एक आज का दिन है
टीम भूंगरु ने जहाँ जहाँ भी भूंगरु जल संचयन “पानी की खेती” का काम किया वो न सिर्फ successful हुआ बल्कि उसका उपयोग करने वाले लोगो ने गावो ने बच्चो ने सिर्फ और सिर्फ आशीर्वाद ही दिया हमे और हमारा यही कमाई है , लोगो का आशीर्वाद.