बोकारो: कोरोना काल में जीवन बचाते हुए जीविका चलाना बड़ी चुनौती थी, लेकिन केंद्र सरकार की बहुआयामी नीतियों की वजह से भारतीय कम्पनियां ना केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी अपने उम्दा उत्पादों के बल पर अच्छा व्यवसाय करने में कामयाब हो रही हैं. बोकारो के बालीडीह औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) के उद्यमी आपदा को अवसर में बदलने में कामयाब हो रहे हैं.
केंद्र सरकार की दूरगामी सोच और सही नीतियों के अब सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं, जो लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्थापित होने में मददगार साबित हो रहे हैं .
MSME की नीतियों का लाभ लेकर बियाडा के मैग्नीज एलॉय बनाने वाली कंपनी भोले एलॉय प्राइवेट लिमिटेड ने आपदा को अवसर में बदल दिया है. इस कंपनी के उत्पाद मैग्नीज एलॉय कोरोना काल जैसे विषम हालात में भी वियतनाम, फिलीपींस और जापान सहित एशिया के कई देशों में निर्यात हो रहे हैं .
भोले एलॉय के निदेशक राकेश कुमार सिंह ने बताया कि छोटे और मझोले उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा बनाई गई नीति का उन्होंने भरपूर लाभ उठाया है. उन्होंने कहा कि आज उनकी कंपनी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में फिर से स्थापित हो गयी है, जिसका फायदा कोरोना विपदा काल में कर्मचारियों को भी मिल रहा है .
कंपनी के कर्मचारी भी प्रबंधन द्वारा लॉकडाउन के दौरान की गई मदद की सराहना करते नहीं थकते. कंपनी में कार्यरत सुजाता देवी, दिनेश सिंह और सुबोध नारायण गोस्वामी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान प्रबंधन ने उनकी हर तरह से मदद की.
केंद्र सरकार से आर्थिक मदद और प्रोत्साहन मिलने से देश के उद्यमी आपदा को अवसर में बदलने में आज कामयाब हो रहे हैं जो देश के तेज आर्थिक विकास को संबल प्रदान कर रहा है. तालाबंदी की कगार पर खड़े बियाडा के उद्योग भी आज फिर से पुनर्जीवित हो गए हैं जिससे कोरोना काल में जान भी जहान भी का मन्त्र आत्मसात होता दिख रहा है.