रांची: पलामू के चर्चित बकोरिया मुठभेड़ कांड को पुलिस ने नहीं जेजेएमपी संगठन ने अंजाम दिया था. सीबीआई की अब तक की जांच में इसकी पुष्टि हुई है. घटना को पुलिस ने अंजाम नहीं दिया था. इस कांड को अंजाम देने के पीछे जनमुक्ति मोर्चा के हथियारबंद दस्ते का हाथ था.
बताते चलें कि घटना के वक्त बकोरिया कांड को अंजाम देने का दावा पुलिस ने किया था. 8 जून 2016 को हुए इस कांड में पांच नाबालिग सहित 12 लोग मारे गए थे, जिसमें एक नक्सली था, 11 निर्दोष ग्रामीण थे. बाद में पुलिस मुठभेड़ का दावा खोखला साबित हुआ.
9 जून को इस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. इसके बाद से पलामू पुलिस की जांच पर सवाल खड़ा हुआ, तब मामला सीआईडी को भेजा गया. सीआईडी ने भी पुलिस जांच की पुष्टि की. कई अधिकारियों ने तो पर्यवेक्षण में पुलिस मुठभेड़ की पुष्टि कर दी. सीबीआई ने पाया है कि ग्रामीणों को पकड़कर मारा गया था. इस मामले में झारखंड के आधा दर्जन अधिकारियों की गर्दन फंसी हुई है, हालांकि सीबीआई जांच की गति भी धीमी हो गई है.