रांची: कोरोना संक्रमण काल में इस बार दुर्गा पूजा के मौके पर राजधानी रांची में बड़े पूजा पंडाल नहीं बनेंगे, लेकिन सादगी से पूजा अर्चना और पाठ करने की अनुमति सरकार से निर्णय लिया गया है. रांची जिला दुर्गा पूजा समिति की आज महत्वपूर्ण बैठक यह निर्णय लिया गया. पूजा पंडाल के नजदीक मेला नहीं लगाया जाएगा.
समिति की रविवार को राजस्थान मित्र मंडल दुर्गा पूजा समिति के परिसर में बैठक में दुर्गा पूजा को लेकर तैयारियों पर काफी देर तक चर्चा हुई. इस जिसमें नियम-शर्त के साथ दुर्गा पूजा करने का निर्णय लिया गया है. समिति के संयोजक मुनचुन राय ने कहा कि दुर्गा पूजा में पंडाल के निर्माण पर रोक लगाया गया है. मंडप में ही दुर्गा पूजा कर सकते है. मंडप के आसपास मेला-ठेला नही लगेगा. ना ही मंडप में श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित होगी.
वहीं, दूसरी बात है कि मूर्ति के निर्माण में भी ऊंचाई को ध्यान में रखते हुए 4फीट रखा गया है. इससे मूर्ति उठाने में ज्यादा लोगों की जरूरत न हो. इस सारी बातों पर निर्णय लेते हुए प्रस्ताव बना कर सरकार के पास भेजा जाएगा. ताकि, प्रस्ताव पारित होने के बाद दुर्गा पूजा को लेकर आगे की कवायद शुरू की जा सकें.
आज की बैठक में जिला दुर्गा पूजा समिति की पुरानी कमिटी को भी भंग किया गया. इसके नयी कमिटी में सर्वसमिति से अशोक पुरोहित को अध्यक्ष चुना गया है. इस मौके पर रांची जिला दुर्गा पूजा समिति के सभी सदस्य मौजूद थे.