रांची: झारखंड में प्रदेश पुलिस ने अपनी ही एक रिपोर्ट में परेशान करने वाली बात उजागर की है. पुलिस मुख्यालय की ओर से तैयार इन आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में इस साल दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा हुआ है. यह राज्य सरकार और पुलिस के दावों के ठीक उलट है, जिसमें प्रदेश में महिलाओं को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने का दावा किया जाता है. इन आंकड़ों के सामने आने के बाद खुद पुलिस की चिंताएं बढ़ गई हैं. इस मामले में DGP एमवी राव तलब भी किए जा चुके हैं.
राज्य पुलिस की ओर से तैयार आंकड़ों में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इसके अनुसार, प्रदेश की राजधानी रांची में दुष्कर्म की सबसे ज्यादा घटनाएं दर्ज की गई हैं. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार रांची में दुष्कर्म की 187 घटनाएं हुईं. जमशेदपुर में 102 और चाईबासा में रेप की 92 मामले दर्ज किए गए.
इस मामले में 115 मामलों के साथ गढ़वा दूसरे नंबर पर है. राज्य पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, 30 नवंबर तक झारखंड में रेप की कुल 1556 मामले दर्ज किए गए. इनमें से महज 82 मामलों में ही पुलिस अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर सकी है.
रिपेार्ट में दावा किया गया है कि झारखंड में दुष्कर्म के मामलों में अब तक कुल 1026 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. राजधानी रांची में सर्वाधिक 187 केस दर्ज हुए हैं, जिनमें 131 गिरफ्तारियां हुई हैं. रांची में पुलिस ने 111 मामलों में आरोपपत्र दाखिल किए हैं.
वहीं, 2 मामलों में अंतिम पत्र सौंपा गया है. रांची में 74 कांडों का अनुसंधान लंबित है. राजधानी रांची के बाद जमशेदपुर में 102, गढ़वा में 115 केस दर्ज हुए हैं. दुष्कर्म के मामले सबसे कम 19 मामले जामताड़ा में दर्ज किए गए हैं. रेल धनबाद व रेल जमशेदपुर में क्रमश: शून्य व एक केस दर्ज हुए हैं.