बिहार: बिहार में पहले चरण के मतदान को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. पोलिंग बूथों पर लम्बी लाइनें लगी हैं. इनमें बड़ी संख्या में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता दिख रहे हैं. सासाराम वोट डालने आए दिव्यांग रमेश ने कहा कि वह हर चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल जरूर करते हैं.
जमुई में साथ वोट डालने आईं सास इमरती देवी और बहू रीता ने बताया कि वे मतदान के बाद घर जाकर नाश्ता बनाएंगी. रीता ने बताया कि सुबह चाय पीकर ही वे अपनी सास के साथ वोट डालने चली आईं. दोनों सबसे पहले मतदान करना चाहती थीं लेकिन बूथ पर पहुंचीं तो वहां पहले से लम्बी कतार लगी थी.
व्हील चेयर पर पहुंचे दिव्यांग जावेद ने कहा कि यह लोकतंत्र का त्योहार है. वह कई दिन से इंतजार कर रहे थे. उन्होंने सोचा था कि सबसे पहले वोट डालेंगे इसलिए सुबह-सुबह ही आकर बूथ के बाहर इंतजार कर रहे थे. जावेद ने बूथ पर चुनाव आयोग द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना से बचाव के लिए सैनिटाइजर और मास्क आदि की व्यवस्था की तारीफ की. जावेद ने कहा कि चुनाव आयोग ने मतदान बढ़ाने के लिए काफी अच्छे प्रयास किए हैं.
गौरतबल है कि सुबह नौ बजे तक 6.74 प्रतिशत तक मतदान बिहार में हुआ था. बिहार में आज 16 जिलों की 71 सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान चल रहा है. इन सीटों पर मतदान के साथ ही 1066 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो जाएगा. उम्मीदवारों में आठ मंत्री सहित 952 पुरुष व 114 महिला प्रत्याशी शामिल हैं. पहले चरण में जिन आठ मंत्रियों के भाग्य का फैसला होना है, इनमें कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री जयकुमार सिंह, भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री राम नारायण मंडल, श्रम मंत्री विजय कुमार सिन्हा, खनन मंत्री बृजकिशोर बिंद, परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला शामिल हैं. पहले चरण के चुनाव को लेकर राज्य के 2 करोड़ 14 लाख 84 हजार 787 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.