पटना: 28 अक्तूबर को बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान होगा. ऐसे में राज्य में सियासी हलचलें तेज हो गई हैं. शनिवार को महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में संकल्प पत्र जारी किया. इस दौरान कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और शक्ति सिन्ह गोहिल सहित अन्य नेता मौजूद रहे. कॉन्फ्रेंस में सुरजेवाला ने भाजपा पर तीन गठबंधनों के साथ चुनाव में उतरने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया.
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘ये चुनाव नई दशा बनाम दुर्दशा का चुनाव है, ये चुनाव नया रास्ता और नया आसमान बनाम हिंदू-मुसलमान का चुनाव है, ये चुनाव नए तेज बनाम फेल तजुर्बे की दुहाई का चुनाव है, ये चुनाव खुद्दारी और तरक्की बनाम बंटवारा और नफरत का चुनाव है. अगर हम तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनाते हैं तो हम तीन कृषि विरोधी कानूनों को समाप्त करने के लिए पहले विधानसभा सत्र में एक विधेयक पारित करेंगे.’
भाजपा तीन गठबंधन में लड़ रही है चुनाव
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तीन गठबंधनों में चुनाव लड़ रही है, एक गठबंधन है जेडीयू और भाजपा का जो आपको नजर आता है, एक गठबंधन है भाजपा और लोजपा (लोक जनशक्ति पार्टी) का जो आप समझते हैं और एक गठबंधन है भाजपा और ओवैसी साहब का. तीन गठबंधन के साथ भाजपा इस बार बिहार के चुनाव में उतरी है.’
नफरत फैला रही है भाजपा
कांग्रेस प्रवक्ता ने जाले से कांग्रेस द्वारा जिन्ना समर्थक उम्मीदवार को टिकट दिए जाने पर मचे बवाल को लेकर भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘ध्यान भटकाने के लिए भाजपा नफरत की फैक्ट्री में विवाद की तैयारी कर रही है. हमारे जाले उम्मीदवार ने जिन्ना की विचारधारा का कभी साथ नहीं दिया. जब वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र थे, तो उन्होंने एएमयू, संसद और बॉम्बे उच्च न्यायालय से जिन्ना के चित्र हटाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने कभी इसका जवाब नहीं दिया.’