पटना: पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार के एक बार फिर कई योजनाओं की सौगात दी. योजनाओं के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि इसके बाद एक दौर ऐसा भी आया जब बिहार में मूल सुविधाओं के निर्माण के बजाय, राज्य के लोगों को आधुनिक सुविधाएं देने के बजाय, प्राथमिकताएं और प्रतिबद्धताएं पूरी तरह बदल गईं.
नतीजा ये हुआ कि राज्य में गवर्नेंस से फोकस ही हट गया. जब शासन पर स्वार्थनीति हावी हो जाती है, वोटबैंक का तंत्र सिस्टम को दबाने लगता है, तो सबसे ज्यादा असर समाज के उस वर्ग को पड़ता है जो प्रताड़ित है, वंचित है, शोषित है. बिहार के लोगों ने इस दर्द को दशकों तक सहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि बीते डेढ़ दशक से नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी और उनकी टीम समाज के सबसे कमजोर वर्ग के आत्मविश्वास को लौटाने का प्रयास कर रही है. जिस प्रकार बेटियों की पढ़ाई को, पंचायती राज सहित स्थानीय निकाय में वंचित, शोषित समाज की भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है.
अब केंद्र और बिहार सरकार के साझा प्रयासों से बिहार के शहरों में पीने के पानी और सीवर जैसी मूल सुविधाओं में निरंतर सुधार हो रहा है. मिशन अमृत और राज्य सरकार की योजनाओं के तहत बिहार के शहरी क्षेत्र में लाखों परिवारों को पानी की सुविधा से जोड़ा गया है.