कानपुर: बिकरू हत्याकांड को लेकर फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) की चल रही जांच पूरी हो गई है. जांच में सामने आया है कि घटना में इस्तेमाल किए गए हथियारों पर कई लोगों की अंगुलियों के निशान (फिंगरप्रिंट्स) मिले हैं. ज्ञात हो कि गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने 3 जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
एक एफएसएल अधिकारी ने बताया, “हमने देशी कट्टे के अलावा पिस्तौल, राइफल, सिंगल एंड डबल-बैरल गन समेत दस हथियार बरामद किए थे. इन हथियारों पर एक से ज्यादा लोगों के निशान थे, जिससे पता चलता है कि घटना के दौरान इसका प्रयोग एक से ज्यादा लोगों ने किया था.”
हथियारों पर कई फिंगरपिंट्र्स से जांचकर्ताओं के सामने आरोपी के फिंगरप्रिंट से मिलान करना मुश्किल हो जाएगा.
इस बीच, कानपुर में जिला अधिकारियों ने विकास दुबे के आठ और साथियों के हथियारों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं. बिकरू हत्याकांड के बाद, जिला प्रशासन ने दुबे के करीबी सहयोगियों और परिजनों को जारी 25 हथियारों के लाइसेंस को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी.