नई दिल्ली: बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने आज कोविड-19 से वैश्विक स्तर पर मुकाबला के लिए अपनी फंडिंग को बढ़ाने की घोषणा की. इस वृद्धि में $150 मिलियन (लगभग 1151.40 करोड़ रुपये ) के अतिरिक्त अनुदान की फंडिंग और फाउंडेशन के स्ट्रेटेजिक इंवेस्टमेंट फंड के संसाधानों को बढ़ाना शामिल है, फंड का उपयोग चिकित्सा उपकरणों की खरीदारी और मेडिकल उत्पादों के उत्पादन के लिए की जाएगी.
फाउंडेशन की सह-अध्यक्षा मेलिंडा गेट्स ने कहा कि इस महामारी से मुकाबला करना तब तक प्रभावी नहीं हो सकता, जब तक यह समान रूप से न हो. इस संकट को वैश्विक एकजुटता से निपटाने की जिम्मेदारी है. डायग्नास्टिक्स, उपचारों और वैक्सीन्स के विकास में योगदान देने के अलावा फंड्स का उपयोग निम्न-और-मध्यम आय वर्ग के देशों में कोविड-19 के खिलाफ चल रहे प्रयासों में सहयोग के लिए किया जाएगा.
फाउंडेशन लगभग 1151.40 करोड़ रुपये डायनास्टिक्स, उपचारों और वैक्सीन्स के विकास, कोविड-19 की पहचान, इलाज और आइसोलेशन को आगे बढ़ाने के लिए करेगी. फाउंडेशन स्ट्रेटेजिक इनवेस्टमेंट फंड के एक हिस्से का उपयोग बाजार की विफलताओं को दूर करने के लिए वित्तीय साधन उपलब्ध कराने और सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य उत्पादों को विकसित करने के लिए निजी उद्यमों को प्रोत्साहित करने के लिए करेगी.
इन फंड्स में इक्विटी निवेश, ऋण और वॉल्यूम गारंटियां शामिल हो सकती हैं, इनका उपयोग निम्न और मध्यम आय वाले देशों में स्वास्थ्य प्रणालियों में मदद करने, स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड-19 निदानों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की तेजी से खरीद की सुविधा प्रदान करने, ऑक्सीजन चिकित्सा, और अन्य आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति में किया जाएगा.
फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष, बिल गेट्स ने कहा कि कोविड-19 के लिए सीमाओं का कोई महत्व नहीं है. यदि अगले कुछ महीनों में अधिकांश देश रोग की गति को कम करने में कामयाब हो भी जाते हैं तो वायरस के कहीं और शक्तिशाली बने रहने से यह महामारी वापिस लौट सकती है.
वैश्विक समुदाय को यह समझना चाहिए कि जब तक कोविड-19 कहीं भी है, हमें यह सोच कर ही काम करना है कि यह सब जगह है. इस महामारी को परास्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय फंडिंग और सहयोग की आवश्यकता है. आने वाले महीनों में कई बिलियन डाॅलर की फंडिंग के लिए सभी क्षेत्रों को एक साथ आगे लाने के एक समन्वित अंतर्राष्ट्रीय प्रयास की आवश्यकत पड़ेगी.
कोलीशन फार एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशंस और गावी द वैक्सीन एलायंस जैसे संस्थान कोविड-19 वैक्सीन्स के विकास और आपूर्ति के लिए समन्वय कर सकते हैं, लेकिन उन्हें इसके लिए नए तरह के संसाधनों की जरूरत होगी.