रांची: झारखंड में 28 फरवरी से बजट सत्र शुरू हो रहा है, इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, लेकिन भाजपा ने इस बैठक का बहिष्कार किया है. स्पीकर द्वारा सत्र के सुचारू संचालन को लेकर बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में भाजपा का कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ है।
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधायक दल के नेता के तौर पर बाबूलाल मरांडी को नहीं बुलाए जाने पर भाजपा ने नाराजगी जतायी है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह को आमंत्रित किया था, लेकिन सीपी सिंह ने बैठक में नहीं शामिल होने की बात करते हुए कहा कि पार्टी विधायक दल का नेता का चुनाव हो चुका है, बाबूलाल मरांडी को नेता चुना जा चुका है, इसलिए उन्हें ही इस बैठक में बुलाया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में झारखंड विकास मोर्चा के बैनर तले बाबूलाल मरांडी समेत तीन विधायक चुनाव जीत कर आये, लेकिन बाद में बाबूलाल मरांडी ने पार्टी के दो विधायकों प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को अनुशासनहीनता के मामले में झाविमो से निष्कासित कर दिया और अपनी पूरी पार्टी का विलय भाजपा में करा दिया। वहीं उसी दिन झाविमो के दोनों विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने नई दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे कानूनविदों की राय लेने के बाद इस मसले पर फेसला लेंगे।