रांची: 2014 में झारखंड को मजबूत और स्थायी सरकार मिलने के बाद भारतपटल पर झारखंड को मिली वैश्विक पहचान पर चर्चा करते हुए कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि झारखंड में हिंदुस्तान के सभी राज्यों में सबसे समृद्ध राज्य बनने की क्षमता है. क्योंकि झारखंड के पास प्राकृतिक संपदाओं का अंबार है और विरासत में मिले इस धन के साथ झारखंड भारतपटल पर अपनी एक मजबूत वैश्विक पहचान बना रहा है.
उन्होंने कहा कि जिस राज्य के पास ऐसे कर्तव्यनिष्ठ नौजवान हों तथा भगवान बिरसा मुंडा जैसे महापुरुषों की त्याग और तपस्या हो, वह राज्य पीछे रहने के लिए बना ही नहीं था पर अस्थायी और मिली जुली सरकारों के कारण झारखंड को अनावश्यक 14 वर्षों का वनवास झेलना पड़ा.
उन्होंने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड राज्य को इस सपने के साथ बनाया था कि विपुल प्राकृतिक संपदाओं से भरा यह राज्य पूरे हिंदुस्तान का भाग्य परिवर्तन करने में एक अहम भूमिका निभा सके.
इन सपनों के साथ, इस आशा के साथ झारखंड का निर्माण हुआ था जिसे पूरा करने का बीड़ा रघुवर सरकार ने उठाया और गरीबों के लिए कई जनकल्याकारी योजनाएं बनाकर उन्हें एक सरकारी कार्यक्रम की तरह नहीं बल्कि सामाजिक अभियान की तरह चलाया, जिसका प्रभाव आज जन जन के जीवन में आसानी से देखा जा सकता है. यूएनडीपी की रिपोर्ट ने भी यह साबित कर दिया कि अब झारखंड की जनता तेजी से गरीबी रेखा से ऊपर उठ रही है.
कोडरमा सांसद ने प्रदेश के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार की समन्वयता पर बल देते हुए कहा कि पहले केंद्र और राज्य सरकार में समन्वयता का इतना अभाव था कि योजनाओं के क्रियान्वयन में एक लंबा समय लग जाता था और कई-कई बार तो योजनाएं सिर्फ कागजों तक सीमित होकर रह जाती थी.
उन्होंने कहा कि पहले हम देखते थे कि भारत के पश्चिमी छोर पर तो आर्थिक गतिविधियां नजर आती थी पर भारत का पूर्वी छोर लगातार विकास की प्रतीक्षा कर रहा होता था और इन पूर्वी क्षेत्रों में हमारा झारखंड भी शामिल था.
जहां गरीबी ने पूरे झारखंड वासियों के सपनों को चूर-चूर कर रखा था पर फिर आयी केंद्र में मोदी सरकार एवं राज्य में रघुवर सरकार ने केंद्र और राज्य की समन्वयता के पूरे प्रोसेस को इतना आसान बनाया कि आज लोगों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ एक साथ एक ही समय पर मिल जाता है. जिससे उनके कार्यक्षेत्र में एक सुगमता स्थापित हो जाती है.
अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि चाहे किसानों के लिए प्रधानमंत्री कृषि सम्मान योजना के साथ चल रहे मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना तथा फसल बीमा योजना की बात करें या फिर केंद्र की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के साथ मुख्यमंत्री सुकन्या योजना एवं कन्यादान योजना हो, हर तरफ डबल इंजन की सरकार ने झारखंडवासियों को डबल विकास प्रदान किया. यहां तक कि उज्ज्वला योजना को जिस तरह रघुवर सरकार ने एक सामाजिक क्रांति मानते हुए दूसरे रिफिल को भी मुफ्त किया. यह अभिनंदनीय है.
आज उज्ज्वला योजना महिलाओं के लिए और खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए जिस तरह एक जीवनरक्षक कार्यक्रम बनकर उभरा. यह एक शोध का विषय बन गया, जिसपर आईआईएम के पूर्व निदेशक बरुआ ने शोध भी किया जो पूरे विश्व के प्रबंधन संस्थानों के लिए उपयोगी साबित हो रहा है, यह है डबल इंजन की सरकार का करिश्मा.