नीरज कुमार,
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार करने आते थे. उनके आगमन से झारखंंड मुक्ति मोर्चा की पूर्व प्रस्तावित सभाओं में बाधा उत्पन्न होती है. उन्होंने कहा कि दो बार हेमंत सोरेन को रोका गया और एक बार शिबू सोरेन को भी रोका गया.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जब प्रधानमंत्री लैंड करने वाले होते हैं, उससे डेढ़ घंटे पहले नो एयर जोन घोषित कर दिया जाता है. उनके टेक ऑफ करने के बाद भी यही हाल रहता है. ऐसा प्रतीत होता है कि यह कोई इत्तेफाक नहीं है, बल्कि सोची-समझी साजिश है. इसमें मुख्य रूप से झारखंड मुक्ति मोर्चा को निशाना बनाया गया है. चुनाव प्रचार में शामिल हमारे स्टार प्रचारक हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन की सभाओं को बाधा पहुंचाने का काम किया जाता है.
सुप्रियो ने कहा कि भाजपा बुरी तरह से परास्त होने की कगार पर खड़ी है. भाजपा संपूर्ण केंद्रीय मंत्रीमंडल को चुनाव में घुमा ही रही है. प्रधानमंत्री भी अब नुक्कड़ सभा पर उतर आए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को जितनी भी सभाएं करनी हो कर ले, लेकिन हमें भी सभा करने दिया जाना चाहिए. जितना अधिकार प्रधानमंत्री को है, उतना अधिकार हमें भी है. आदर्श आचार संहिता का हम सभी पालन करते हैं. इससे कोई अछूता नहीं है.
सुप्रियो भट्टाचार्य, मनोज कुमार पांडे और अफरोज अंसारी ने मंगलवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मिल कर इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपा. इसमें मांग किया है कि इस तरह की कोशिश को रोका जाए. उन्होंने कहा कि 3 दिसंबर को झारखंड मुक्ति मोर्चा की सिसई में एक सभा आयोजित थी. उसी दौरान प्रधानमंत्री के टेक ऑफ करने के कारण उन्हें होल्ड करके रखा गया था. इससे हेमंत सोरेन को फोन से ही अपना संबोधन देना पड़ा था.