मुख्य आरोपियों की तलाश जारी
धनबाद: झारखंड में धनबाद जिले की पुलसि ने बहुचर्चित बीजेपी नेता सतीश सिंह हत्याकांड मामले की गुरुवार को उद्भेदन कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने शूटर बाबू राजा चंद्रप्रकाश सहित 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से पुलिस ने एक देसी पिस्तौल, चार जिंदा गोली, एक मैगजीन, मोबाइल और दो मोटरसाइकिल भी बरामद किया है.
धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक असीम विक्रांत मिंज ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि केंदुआ डीह थाना क्षेत्र के कुस्तौर के रहने वाले बीजेपी के मंडल अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह की हत्याकांड मामले में विकास सिंह और सतीश गुप्ता की भूमिका की बात सामने आ रही है. ये दोनों इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड और मुख्य साजिशकर्ता है.
वहीं इस कांड में मुख्य शूटर की भूमिका बाबू राजा चंद्र प्रकाश ने निभाया है. जिसके गोली मारने सतीश की जान गई. पुलिस ने उत्तम महतो और बाबू राजा को बलियापुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है.
इन दोनों ने ही अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि इस हत्याकांड को विकास सिंह और सतीश गुप्ता उर्फ गांधी उर्फ समीर ने मिलकर अंजाम दिया है. वह इस कांड में संलिप्त बलियापुर कहीं गौउर रवानी और दामोदरपुर के हरिकेश प्रसाद पासवान को गिरफ्तार किया गया है. जबकि इस कांड में इसके पहले 4 सितंबर को बलियापुर से ही ललन कुमार दास उर्फ ललन दास को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था. जिसके पास से हत्या में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल और कार बरामद की गई थी.
एसएसपी ने कहा कि इस हत्याकांड के पीछे मुख्य वजह क्या है यह विकास सिंह और सतीश गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद ही खुलासा हो पाएगा. वैसे इन दोनों के बीच किसी पुरानी रंजिश और आउटसोर्सिंग विवाद से इंकार नहीं किया जा सकता है.
धनबाद एसएसपी के अनुसार पिछले 19 अगस्त 2020 को भाजपा नेता सतीश सिंह को बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के विकास नगर के पास दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी. सीसीटीवी फुटेज में अपराधियों कि तस्वीर कैद हो गई थी. इस कांड के उद्भेदन के लिए सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित किया गया था. जिसमें एसआईटी टीम के साथ टेक्निकल टीम टीम एवं अन्य पुलिस अधिकारियों को अनुसंधान में लगाए गया था.
टीम ने पूरे मामले में छापेमारी करते हुए अब तक इस कांड से जुड़े 5 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, फिलहाल इस कांड के मास्टरमाइंड विकास सिंह और सतीश गुप्ता की धनबाद पुलिस तलाश कर रही है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पकड़े गये अपराधियों का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है और विभिन्न थाना क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज है.