नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने 12 से अधिक कवियों और शायरों ने मुलाकत की. इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की रणनीति को धोखा देने वाला बताया. उन्होंने कहा कि उसने सामजिक तानाबाना तोड़ दिया है. आपसी भाईचारे में जहर घोला है.
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी ने आपसी भाईचारे में जहर घोलने का काम किया है और ध’र्म तथा जाति की राजनीति का प्रदूषण फैलाया है. कहा अपराधिक सियासत से मुल्क को बचाना है. सियासत में अच्छे लोग आएंगे तो सियासत स्वस्थ्य होगी, नफरत की पराजय सुनिश्चित होगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी पर हमलावर अखिलेश ने कहा कि अधिकांश भारतीय आज भी सामाजिक रूप से उदार, राजनीतिक रूप से समझदार और ध’र्म जैसे व्यक्तिगत विषय को राजनीति के मंच में घसीटकर अपना सियासी फूल खिलाने वालों के विरुद्ध है. उन्होंने भाजपा पर आरक्षण व्यवस्था को कमजोर करने का भी आरोप लगाया. साथ ही कहा कि दलित-वंचित समाज को उपेक्षित व अपमानित किया जा रहा है.
सीएए पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि औरतों को भी आजादी का परचम उठाने का हक है. संघर्ष कभी हिन्दू-मुसलमान नहीं हो सकता. भाजपा बदले और विद्वेष की भावना से विपक्ष पर हमलवार है. उसे अपनी कुनीतियों का विरोध देशद्रोह लगता है.