रांची: खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने रविवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को भेज दिया है.
इसके साथ ही राय ने झारखंड विधानसभा की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया है. राज्यपाल एवं विधानसभा अध्यक्ष को भेजे पत्र में राय ने अपना इस्तीफा तत्काल प्रभाव से मंजूर करने का आग्रह किया है.
कैबिनेट मंत्री सरयू राय ने बागवती रूख अपना लिया है. अपने तेवर भी तल्ख कर लिए हैं. अब वे
मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ चुनावी अखाड़े में दो-दो हाथ करने को तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी से टिकट पेंडिंग हो जाए तो मैं क्या कर सकता हूं. टिकट मिले या न मिले भय, भूख, भ्रष्टाचार व प्रदूषण जैसे मुद्दों से मैं कभी समझौता नहीं कर सकता. इन मुद्दों को टिकट के लिए छोड़ा नहीं जा सकता.
95 फीसदी मुद्दों का बाहर आना बाकी
सरयू राय ने कहा कि पांच फीसदी मुद्दे ही मीडिया व अखबारों के माध्यम से बाहर आए हैं. 95 फीसदी मुद्दे अभी भी फाइलों में कैद हैं. अब समय आ गया है लोगों को इस बारे में बताना चाहिए.
उन्होंने कहा कि रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ूंगा. जमशेदपुर पूर्वी के लोगों ने भी कह दिया है कि आप चुनाव लड़ें वोट भी देंगे और नोट भी. सामने कोई भी रहे, आप ही चुनाव लड़िए. वहीं जमशेदपुर पश्चिमी से भी चुनाव लड़ेंगे. पश्चिमी क्षेत्र की कमान कार्यकर्ता संभालेंगे.