अंकुर से लेकर अर्थ तक, और फायर से लेकर गॉड मदर तक पांच-पांच नेशनल अवॉर्ड अपने नाम करने वाली शबाना आजमी किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। 45 साल से ज्यादा का फिल्मी करियर और करीब 141 फिल्में अपने नाम करने वाली शबाना आजमी आज अपना 69वां जन्मदिन मना रही हैं।
शबाना आज़मी (Shabana Azmi) बॉलीवुड (Bollywood) की दिग्गज अभिनेत्रियों में से एक है। फिल्म इंडस्ट्री में शबाना आज़मी ने अपनी एक्टिंग के बल पर ये मुकाम हासिल किया हैं। शबाना आज़मी ऐसी अदाकाराओं में से एक हैं जिन्होंने हिंदी सिनेजगत पर करीब 4 दशक तक राज किया। शबाना आज़मी ने अपने फिल्मी करियर में कई जबरदस्त फिल्में दी हैं, इसलिए आज भी उनका नाम बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस की लिस्ट में शुमार है।
शबाना आज़मी का जन्म 18 सितम्बर 1950 को हैदराबाद में हुआ, वो जाने माने शायर कैफी आजमी की बेटी हैं, उनकी मां शौकत आजमी एक बेहतरीन थिएटर आर्टिस्ट्स थीं। 1974 में शबाना आजमी ने अपने फिल्मी करियार की शुरूआत डॉरेक्टर श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) की फिल्म ‘अंकुर’ से की थी। इस फिल्म में शबाना ने एक शादीशुदा नौकरानी का कैरेक्टर प्ले किय था जिसे कॉलेज के एक लड़के से प्यार हो जाता है। कहा जाता है कि इस फिल्म के लिए शबाना डायरेक्टर की पहली पसंद नहीं थी लेकिन उस वक्त की सभी हीरोइन्स ने इस रोल को करने के लिए मना कर दिया, जिसके बाद यह किरदार शबाना आज़मी ने निभाया। फिल्म ‘अकुंर’ हिट रही और शबाना ने डेब्यु फिल्म में ही फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रैस का अवॉर्ड अपने नाम कर लिया।
अंकुर के बाद शबाना, एक के बाद एक कई बॉलीवड कमर्शियल फिल्मस में नजर आई, जैसे 1977 में आई ‘हीरा और पत्थर’, ‘अमर अकबर एथंनी’, और ‘परवरिश’। 1977 वो साल भी बना जिसमें शबाना ने अपने करियर की सबसे ज्यादा फिल्में की, इस एक साल में शबाना की 14 फिल्में रीलीज हुईं, और फिल्म ‘स्वामी’ के लिए उस साल के फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रैस अवॉर्ड से उन्हें नवाजा गया।
फिल्म ‘स्वामी’ के बाद कामयाबी ने शबाना आज़मी के कदम चूमे, 1982 में आई ‘अर्थ’ बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट रही, और क्रिटिक्स की भी फेवरेट बनी, अर्थ के साथ शबाना ने पहली बार नेशनल अवार्ड का स्वाद चखा, जी हां इस फिल्म के लिए शबाना ने फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रैस अवॉर्ड और नेशनल फिल्म अवार्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस दोनों अपनी झोली में ले लिए। चाहें गॉड मदर की बात हो या फिर फायर की बॉलीवुड में एक्सपेरिमेंटल सिनेमा की तरक्की का क्रेडिट अगर किसी को जाता है तो वो शबाना आज़मी है।
बात अगर पर्सनल लाइफ की करें तो शबाना ने 1984 में स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर से शादी की, जिसक पहले शबाना के घर वालों ने विरोध किया क्योंकि जावेद पहले से शादीशुदा थे, और उनके दो बच्चे भी थे, मगर वक्त के साथ सब बातें एक-एक ठीक होती चली गयी, और आज जावेद-शबाना की जो़ड़ी बी-टाउन के बस्ट कपल में से एक है।