बिहार: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी में एडमिशन के लिए इस बार छात्राओं की संख्या बढ़ गई. सत्र 2019-21 में एडमिशन के लिए 55 फीसदी से अधिक छात्राओं ने ऑनलाइन आवेदन किया है.
पीजी में अबतक साढ़े 14 हजार आवेदन चार महीने पहले आ चुके था. इसके बाद पोर्टल बंद कर दिया गया है. अबतक आए आवेदनों में आधा दर्जन से अधिक विषयों में छात्राओं के ऑनलाइन आवेदन करने की संख्या काफी अधिक है. विज्ञान के विषय भी इसमें शामिल है. यूएमआईएस (यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट एंड इनफॉर्मेशन सिस्टम) के कोऑर्डिनेटर डॉ. ललन झा ने कहा कि अबतक जो आवेदन आए हैं उसके अनुसार 55 से 60 फीसदी छात्राओं के आवेदन हैं. उन्होंने कहा कि अभी इसे अलग-अलग नहीं किया गया है.
एक बार पीजी एडमिशन के लिए पोर्टल खोला जाएगा. इसमें 10 दिन का समय दिया जाएगा. हालांकि पोर्टल कब खुलेगा यह स्पष्ट नहीं है. अबतक के आए आवेदनों में विज्ञान के जूलॉजी, बॉटनी फिजिक्स में छात्राओं की संख्या अधिक है. वहीं मनोविज्ञान, हिन्दी सहित कई अन्य विषयों में छात्राओं के आवेदन अधिक हैं. बताया जा रहा है कि कुछ वर्षों में छात्राओं की संख्या बढ़ी है. स्नातक पास छात्राओं को कन्या उत्थान योजना के तहत 25-25 हजार रुपये की राशि मिलना व पीजी में एडमिशन के दौरान राशि की छूट भी कारण है. वहीं यह भी बात आई कि स्नातक के बाद और बेहतर पढ़ाई के लिए छात्र बाहर निकल जा रहे हैं.
पीजी पोर्टल का छात्र कर रहे इंतजार
पीजी एडमिशन के लिए छात्र पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहे हैं. 5023 सीटों के लिए तीन बार पोर्टल खोला जा चुका है लेकिन लॉकडाउन होने के कारण कई छात्रों ने मांग किया पोर्टल एक बार फिर खोला जाए. विवि ने तय किया दस दिन के लिए इसे खोला जाएगा. पोर्टल खुलने का इंतजार इस महीने के शुरुआत से छात्र कर रहे हैं.