- जपला से बसपा विधायक हैं कुशवाहा शिवपूजन मेहता
- सदन से निकलने लगे तो नेता प्रतिपक्ष हेमंत ने मनाया
- स्पीकर ने कहा, भावावेश में कोई निर्णय लेना उचित नहीं
रांची : मानसून सत्र के अंतिम दिन की दूसरी पाली भी यादगार बन गई। गैर सरकारी संकल्प के तहत बसपा विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने जपला सीमेंट फैक्ट्री का मामला रखा। इस पर प्रभारी मंत्री सीपी सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि फैक्ट्री लगाने के लिए निवेशकों को सारी सुविधा देंगे। आप भी निवेशकों को प्रोत्साहित कर लाने का काम करें। इस पर बसपा विधायक मेहता ने कहा कि आप लोग कैसा आयोजन करते हैं कि एक भी निवेशक टर्नअप नहीं हो रहा। पूरा साल जमकर शराब बेची और कहते हैं व्यापार नहीं करते। सीपी सिंह ने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर समिट 2017 के बाद से निवेशक आ रहे हैं। इसके बाद बसपा विधायक तैश में आ गये। कहा: विधानसभा में आने का कोई मतलब नहीं है। जवाब नहीं मिलता है।
स्पीकर दिनेश उरांव ने चुटकी लेते हुए कहा कि क्या नहीं आना है दोबारा। फिर शिवपूजन मेहता ने कहा कि विधानसभा की सदस्यता से रिजाइन कर देंगे। स्पीकर ने कहा कि लिखकर लाये हैं। इसके बाद मेहता अपनी सीट से आसन की ओर बढ़े और स्पीकर को इस्तीफा सौंप दिया और सदन से बाहर जाने लगे। इस बीच नेता प्रतिपक्ष ने उन्हें रोका। समझाया और उन्हें सीट पर बैठने को कहा। स्पीकर ने कहा कि भावावेश में कोई निर्णय लेना उचित नहीं। स्पीकर ने मेहता का प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया।
भाजपा विधायक ताला मरांडी का प्रस्ताव अस्वीकृत
ताला मरांडी ने गैर सरकारी संकल्प के तहत पाकुड़ में डब्ल्यूूबीपीडीसीएल को कोल ब्लॉक आबंटित करने का प्रस्ताव रखा। इस पर प्रभारी मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि एम्टा कोल ब्लॉक का आबंटन रद्द करने के बाद स्पेशल प्रोविजन के तहत भारत सरकार ने डब्ल्यूूबीपीडीसीएलल को कोल ब्लॉक आबंटित किया। लेकिन ताला मरांडी जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। कहा कि प्रस्ताव वापस नहीं लेंगे। इस बीच नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि माइंस एलोट भारत सरकार करती है। राज्य सरकार लीज देती है। लेकिन सरकार यह बताए कि बिना एनओसी के लीज कैसे दिया गया। इसमें गैर वन भूमि और वन भूमि भी शामिल है। इसके बाद स्पीकर सदन की राय जिसमें सत्ता पक्ष ने विरोध किया। इसके बाद स्पीकर ने प्रस्ताव को अस्वीकृत कर दिया। ताला मरांडी ने कहा कि ताला भी मजबूत है और चाबी भी।