रांची: पकड़े गये ऊंट को छोड़ने के लिए कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला की ओर से पैरवी किया गया. इसका ऑडियो वायरल हो गया है.
👉 पाकुड़ थाना से बात हो रही है क्या सर…?
👉 नहीं-नहीं पाकुड़ थाना से नहीं बोलिए ना
👉 कहां से बात हो रही है. एक्चुअली मैं विधायक उमाशंकर अकेला जी का सभापति निवेदन समिति का पीए बोल रहा हूं. हर्षवर्धन प्रिंस कुमार.
👉 अभी निवेदन समिति में साहब हैं
👉 हां, हां, साहब निवेदन समिति के चेयरमैन हैं.
👉 एक्चुअली हम लोगों के आदमी को इसी नंबर से कॉल गया था. गाड़ी पकड़ाया हुआ है. उसको देख लेते, होने लायक होता तो छोड़ देते. आपसे निवेदन था. सर वो राजस्थान का एक नंबर है. आपको नंबर बता रहे हैं सर. ट्रक है. आरजे 14G J7 5 31 सर.
👉 ऊंद लदा लगा हुआ है क्या…?
👉 हां हां ऊंट वाला सर
👉 अरे भाई विधायक जी ऊंट का भी पैरवी करेंगे.
👉 नहीं नहीं पैरवी नहीं. ऊ बोल रहा है कि कागज है. जेनुइन है. अगर ऐसा है तो देख लीजिए. अब हमलोग को भी मामला पता नहीं है. वे बोल रहा है कि हमलोग लेकर जाते ही हैं. अब हम लोगों को भी नहीं पता है. ये पता नहीं है कि चीज जेनुइन है कि नहीं. अपने स्तर से देख लीजिए अगर होने लायक है तो देख लें.
👉 बता दे रहे हैं कि राजस्थान में ऊंट की कमी हो रही है. तो राजस्थान में ऊंट का कमी हो रहा है तो उसमें राजस्थान सरकार जो है, कानून बनाया है वहां का विधानसभा. ऊंट के व्यापार पर रोक लगा दिया है कि बाहर इंपोर्ट एक्सपोर्ट नहीं होगा. शिकार के लिए.
👉 अगर ऐसा है तो हम कुछ नहीं बोलेंगे.
👉 दूसरा है कि पशु अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत, पशु क्रूरता अधिनियम के तहत ये जरूरी है कि इस तरह का पशु एक जगह से दूसरी जगह जाएगा तो उसका सेल लेटर चाहिए.
👉 हां हां वही तो बोल रहे हैं सर उसका कागज है तब हम बोल रहे हैं
👉 दूसरा है डॉक्टर का रिपोर्ट भी चाहिए
👉 फिर छोड़ दीजिए सर. फिर हम आपको कोई पैरवी नहीं कर रहे हैं. हमको नहीं पता था.
👉 उसमें एक ऊंट बेचारा मर गया, दूसरा मरणासन्न स्थिति में है
👉 तब छोड़ दीजिए सर, तब हम कोई पैरवी नहीं करेंगे. क्योंकि हम लोगों को टेक्निकल मालूम नहीं है. टेक्निकल आप लोगों को मालूम है. हम लोग को बोला तो बोले कि ठीक है बात कर लेते हैं. अगर उस सही चीज नहीं बताया तो हम गलत चीज के लिए थोड़ी पैरवी करने के लिए थोड़े बैठे हैं.
👉 विधायक जी जानते हैं हमको, समझे ना
👉 नहीं ऐसा थोड़े है, हम लोग बिल्कुल जानते हैं आपको. फिर गलत है तो छोड़ दीजिए.
👉 हम चौपारण में रहे हैं, समझे न.
👉 तब आप भी हमको जान रहे होंगे सर, प्रिंस नाम है. आप हमको अच्छे से जान रहे होंगे. घर पर आते होंगे तो भेंट हुई होगी.
👉 आप उनके लड़के हुए क्या..?
👉 नहीं नहीं मेरे नाना जी हैं. उनके लड़के रवि शंकर अकेला मेरे मामा हैं. हम विधायक जी के साथ ही रहते हैं.
👉 आपके मामा जी हमरा माथा फाड़े थे. पता है न.
👉 अच्छा अच्छा वही लड़ाई में, समझ में आ गया. जी जी. अब समझ में आ गया हमको. तब छोड़ दीजिए. हमको बोला कि कांग्रेस के हैं. पैरवी किया. तो हम कोई चीज पता नहीं था. हमको चीज मालूम हुआ तो हम कोई पैरवी नहीं कर रहे हैं. उसको हम बोलते हैं कि अगर कागज पत्तर है तब काम होगा. नहीं तो नहीं होगा. सीधी सी बात है. उसको एक लाइन में हम भी बता दिये सर. क्योंकि हम लोग को मालूम नहीं था. फोन करके तंग कर रहा था कि ये दिक्कत है. आपसे बात कर लिए. अब इनलीगल चीज है तो हम कुछ नहीं बोलेंगे. जो भी आपका नियम कानून है, जैसे करना है आप कीजिए.
👉 नहीं हम तो थाना में एफ आई आर दर्ज कर रहे हैं.
👉 नहीं नहीं, आपको जो भी है. जैसा है वैसा ही कीजिए. क्योंकि हम लोगों को भी नहीं बताता है कि कागज चाहिए. बोल रहा है कि कागज है, बस दिक्कत है. हमको तो वास्तविकता आप बता रहे हैं. हमारे तरफ से कोई पैरवी नहीं है. आपको जो लगे कीजिए.
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