रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले की छावनी परिषद, 15 साल पहले मरने वाले व्यक्ति पर मुकदमा करके सुर्खियों में आ गई है. रामगढ़ थाना में शनिवार को किसान मजदूर संघ ने एक आवेदन दिया, जिसमें बताया कि कैसे छावनी परिषद के अधिकारी झूठा मुकदमा दर्ज कर सब्जी विक्रेताओं को परेशान करते हैं.
छावनी परिषद ने जिस मोहम्मद जहांगीर अंसारी पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है, उसकी मौत आज से 15 साल पहले गैस सिलेंडर के फटने के दौरान हो चुकी है. लेकिन आज यह व्यक्ति भले ही परिवार के बीच जीवित नहीं है लेकिन अचानक छावनी परिषद की फाइलों में जिंदा हो गया है.
रामगढ़ छावनी परिषद ने रामगढ़ थाना में 27 जनवरी को एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. 10 पर नामजद और 30 से 340 अज्ञात लोगों अभियुक्त बनाया गया था.
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, 24 जनवरी को पुराना बस स्टैंड के समीप स्थित सब्जी मंडी के तीनों गेट में ताला लगा था. जिसमें से दो गेट के ताला को तोड़ सब्जी विक्रेता अनाधिकृत रूप से सब्जी बेचने लगे. साथ ही साथ गेट नंबर तीन को कबाड़ा कर अपने साथ भी लेते गए.
इस घटना के विरोध में आज किसान मजदूर संघ ने भी रामगढ़ थाना में एक आवेदन दिया है. इस आवेदन की माने तो छावनी परिषद ने सब्जी विक्रेता पर झूठा मुकदमा दर्ज कराई गई है. दर्ज प्राथमिकी में 10 नामजद अभियुक्त में से मोहम्मद जहांगीर की मृत्यु 15 साल पहले ही हो चुकी है, ऐसे में घटना स्थल पर उसकी उपस्थिति कैसे संभव है.
इतना ही नहीं, सब्जी मंडी के तीनों गेट सही सलामत हैं और इन गेटों पर कभी ताला नहीं लगा है. ऐसी स्थिति में ताला तोड़ने और फिर गेट कबाड़ कर अपने साथ ले जाने की बात पूरी तरह निराधार है. सबसे बड़ी बात है कि मंडी को बंद करने की अधिसूचना आज तक जारी नहीं हुई है और मंडी पूर्व के सरकारी आदेशानुसार खुल रहा है. इसलिए इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए.