स्पीकर की ओर से 10वीं अनुसूची के तहत दल-बदल का मामला चलाने के निर्देश से फंसा पेंच
रांची: झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक में बाबूलाल मरांडी को सर्वसम्मति से विधानमंडल दल का नेता चुन कर उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिये जाने का आग्रह किया गया था, लेकिन अब विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो की ओर से बाबूलाल मरांडी समेत तीन विधायकों के खिलाफ 10वीं अनुसूची के तहत दल बदल का मामला चलाने को लेकर जारी नोटिस से नेता प्रतिपक्ष की मान्यता का मामला और कुछ समय तक लटक जाने की जाने की संभावना बन गयी है.
झारखंड विकास मोर्चा -प्रजातांत्रिक से विधानसभा चुनाव जीतकर दूसरी पार्टी में शामिल होने वाले विधायक बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव और बंधु तिर्की पर दल-बदल का मामला चलेगा. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने तीनों विधायकों पर 10वीं अनुसूची के तहत दलबदल का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है.
झारखंड विकास मोर्चा से जीत कर बाबूलाल मरांडी ने पार्टी का विलय भाजपा में कर लिया था. वहीं प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल किये गये थे. विधानसभा अध्यक्ष ने तीनों विधायकों द्वारा अब तक रखे गये पक्ष और तथ्यों के आधार पर इसे दलबदल का मामला माना है. विधायकों को 23 नवंबर को दिन के 12 बजे स्पीकर के न्यायाधिकरण में अपना पक्ष रखना होगा.