संस्कृति और विरासत

जानिए मुक्तवर्चा के औषधीय गुण : वनौषधि – 23

प्रचलित नाम - सुलतान (ताम्रपत्र एवं हरित पत्र) कुप्पी प्रयोज्य अंग-पंचांग, पत्र, पुष्प ।स्वरूप- लघु एक सदनी गुल्म,पत्र भिन्न वर्णी...

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चर्मरोगों और दंतरोग में खैर के फायदे, औषधीय गुण तथा लाभ : वनौषधि – 22

प्रचलित नाम- खैर, खादिर और खदिर। प्रयोज्य अंग- खदिर सार, त्वक् ।स्वरूप- मध्यम कद का कंटकीय वृक्ष, पर्णवृंत के नीचे...

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आइए जानते हैं ऋषि अंगिरा को जिनका जिक्र ऋग्वेद के सूक्तों में मिलता है

पुराणों के अनुसार महर्षि अंगिरा ब्रह्मा जी के मानस पुत्र हैं तथा ये गुणों में ब्रह्मा जी के ही समान...

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शारीरिक बल, चमक और यौन शक्ति को बढ़ाता है अतिबला : वनौषधि – 21

प्रचलित नाम- कंघी, घंटिका, कंघिनी और अतिबला प्रयोज्य अंग- मूल की छाल, पत्र तथा बीजस्वरूप- बहुवर्षायु, मृदु, श्वेत मखमली रोमावरण...

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जानिए भगवान परशुराम का जन्म कब और कहां हुआ था, क्या-क्या है मान्यताएं… वे आज भी जीवित हैं – भाग -3 (भगवान परशुराम)

मुंबई: भगवान परशुराम किसी समाज विशेष के आदर्श नहीं है. वे संपूर्ण हिन्दू समाज के हैं और वे चिरंजीवी हैं....

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