केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पर्यावरण के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए वन चाइल्ड, वन प्लांट कैंपेन शुरू करने जा रहा है. इसके तहत सीबीएसई से संबंद्ध स्कूलों के बच्चों को घर या स्कूल में पौधे लगाकर उसकी देखभाल करने पर ग्रेड मिलेंगे. स्कूलों को बच्चों से विभिन्न तरह की गतिविधियां करानी होंगी. बोर्ड ने स्कूलों में ईको-क्लब बनाना भी अनिवार्य कर दिया है. सीबीएसई ने स्कूल में ईको क्लब और जल संरक्षण को लेकर एक पॉलिसी तैयार की है. इसकी जानकारी स्कूलों को भेज दी गई है. बोर्ड का मानना है, कि पर्यावरण के मुद्दे पर विद्यार्थी बदलाव निर्माता हो सकते हैं. इसी सोच के तहत वन चाइल्ड, वन प्लांट कैंपेन शुरू किया जा रहा है. स्कूलों को कहा गया है कि सभी कक्षाओं के बच्चे जहां संभव हो वहां कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं.
स्कूल उस पौधे की देखभाल करने के संबंध में भी बच्चे को जागरूक करें. कार्य अनुभव के आतंरिक मूल्यांकन के तहत इस गतिविधि के लिए बच्चों को ग्रेड दिए जाएंगे. बोर्ड का कहना है कि स्कूल पर्यावरण संबंधी जागरूकता के लिए अन्य गतिविधियां भी आयोजित करा सकते हैं. भारत सरकार के जल संरक्षण के लिए शुरू किए गए जल शक्ति अभियान के तहत स्कूलों को कहा गया है, कि वह ईको क्लब अनिवार्य रूप से बनाएं.
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जहां पहले से ईको क्लब है उन्हें और मजबूत किया जाए. ईको-क्लब के तहत इसी सत्र में जल संरक्षण को लेकर गतिविधियां कराई जाएं. स्कूल यह सुनिश्चित करें कि पांचवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी घर व स्कूल में कम से कम एक लीटर पानी प्रतिदिन बचाएं. अगले तीन वर्षों में जल कुशल विद्यालय बनने का लक्ष्य रखें.
जारी होगी हैंड बुक
सीबीएसई ईको क्लब और जल संरक्षण को लेकर स्कूलों और शिक्षकों के लिए जल्द ही एक हैंड बुक जारी करेगा. यह हैंड बुक सीबीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी. इसमें ईको क्लब और जल संरक्षण को लेकर दिशा-निर्देश होंगे. स्कूलों को कहा गया है कि वह हैंड बुक का अध्ययन करते हुए स्कूलों में गतिविधियां कराएं.
गतिविधि की रिपोर्ट बोर्ड को भेजनी होगी
अभियान के तहत कराई गई गतिविधि की रिपोर्ट स्कूलों को सीबीएसई की ओर से उपलब्ध कराए गए लिंक पर अपलोड करनी होगी. इसके लिए बोर्ड एक मोबाइल एप भी तैयार करने जा रहा है.