गीतेश अग्निहोत्री,
कानपुर: कानपुर देहात के विकास खंड मैथा के भुजपुरा में पारिजात के वृक्ष को संरक्षित करने के प्रयास शुरू हो गए हैं. खंड विकास अधिकारी सच्चिदानंद प्रसाद ने गुरुवार को पारिजात के वृक्ष को मौके पर जाकर देखा. और आसपास के ग्रामीणों से पेड़ के बारे में जानकारी ली. मालूम हो कि जिले के सीडीओ जोगिन्दर सिंह ने बीडीओ को परिजात के वृक्ष के होने की जानकारी मिलने पर संरक्षित करने को निर्देशित किया था. बीडीओ ने बताया कि पारिजात के पेड़ के आसपास चबूतरा बनाया जाएगा. परिसर की तारबंदी कर पार्क भी विकसित किया जाएगा.
मालूम हो कि मैथा तहसील के भुजपुरा के पास दुर्लभ पारिजात का वृक्ष खड़ा है. पारिजात का यह वृक्ष काफी प्राचीन माना जाता है. ग्रामीणों के बीच आस्था व श्रध्दा का भी केंद्र बना हुआ है.
मैथा तहसील क्षेत्र के भुजपुरा गांव के रिन्द नदी के किनारे मैथा-रनियां के समीप के इस पेड़ को कई साल पहले तक ग्रामीण इसे चमत्कारी पेड़ समझते थे. तीन वर्ष पूर्व कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अशोक कुमार ने इसके पारिजात का वृक्ष होने की पुष्टि की थी. ग्राम प्रधान विशाल यादव ने कहा कि पारिजात का वृक्ष होने से गांव में बाहर से लोग इसे देखने के लिए आ रहे है. पारिजात के इस पेड़ से गांव का गौरव भी बढ़ेगा. ग्राम सचिव राजीव द्विवेदी ने कहा कि कार्ययोजना तैयार की जा रही है.
भुजपुरा गांव के पारिजात के प्राचीन पेड़ को संरक्षित करने के निर्देश बीडीओ मैथा को दिए गए हैं. साथ ही आसपास विकास की रूपरेखा बनाने को कहा