नई दिल्ली: केंद्र सरकार केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में तैनात महिलाओं के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) की आयु में केंद्र सरकार बदलाव कर सकती है. सूत्रों के अनुसार वीआरएस के लिए 20 वर्ष के सेवाकाल को घटाकर 15 वर्ष किया जा सकता है. इसकी शुरूआत सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) से हो सकती है.
यह प्रस्ताव केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की एसएसबी मुख्यालय में 31 दिसंबर 2019 को हुई बैठक में लाया गया था. एसएसबी में फिलहाल दो हजार से अधिक महिला बल कार्यरत है.
सूत्र बताते हैं कि एसएसबी फ्रंटियर के अधिकारियों ने अपने यहां तैनात महिला जवानों की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भेज दी है. इसमें महिला जवान की भर्ती की तिथि, बीस साल की सेवा पूरी होने की तिथि और वीआरएस आवेदन की जानकारी शामिल है. रिपोर्ट में यह भी उल्लेखित है कि यदि 15 वर्ष के सेवाकाल के बाद वीआरएस लिया जाता है तो इससे एसएसबी पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
इसके बाद दूसरे अर्धसैनिक बलों में भी इस प्रक्रिया को लागू किए जाने की बात की जा रही है. उल्लेखनीय है कि एसएसबी में 90 हजार से अधिक पुरुष और महिलाएं कार्यरत हैं.
2007 में हुई थी महिलाओं की भर्ती और तैनाती: वर्ष 2007 में पहली बार एसएसबी में महिलाओं की भर्ती की गई थी. इसकी 22 महिलाकर्मियों की एक टुकड़ी वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन के एक हिस्से के रूप में कांगो में तैनात की है.