दुमका: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से केन्द्र एवं राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर कोविड 19 के संक्रमण से बचाव के मद्देनजर जारी देश व्यापी लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में लाखों की तादाद में फंसे झारखंड निवासी छात्र और मजदूरों के रहने-खाने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की गुहार लगायी है.
झामुमो के केन्द्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह ने आज यह मांग करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोविड 19 के संक्रमण से बचाव के मद्देनजर लागू लॉकडाउन और सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिए समूचा देश एकजुट है और केंद्र और राज्य सरकार के साथ खड़ा है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री द्वारा इस संकट से उबरने के लिए एहतियातन लॉकडाउन सहित कई आवश्यक कदम उठाये गये हैं, जो देश और राज्य के व्यापक हित में है. इसी संदर्भ में उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से दुमका सहित झारखंड के विभिन्न जिले के हजारों लोग रोजी रोजगार के लिए अपने गांव-घर से बाहर दूसरे राज्यों में फंस गये हैं. जहां वे काम कर अपना और अपने परिवार की जीविका चला रहे थे.
इस बीच लॉकडाउन की घोषणा से उनके अधिकांश संस्थान व प्रतिष्ठान बंद हो गये हैं. रेल एवं बस आदि परिवहन की सुविधा बंद हो जाने की वजह से झारखंड के हजारों लोग जहां तहां फंस गए हैं. उन्हें खाने पीने या आने जाने की कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है. वहां के लोग दाने- दाने के लिए तरस रहे हैं. इसी आलोक में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री केन्द्र और राज्य सरकार के स्तर पर समन्यव कर जहां तहां फंसे इस राज्य के लोगों के संबंधित स्थानों पर रहने खाने, पीने के साथ उनको अपने घर तक पहुंचाने की दिशा में तुरंत आवश्यक कदम उठाया जाये. इस संकट से उबारने के लिए समस्त झारखंडवासी केंद्र एवं राज्य सरकार का ऋणी रहेगा.