चतरा: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन घोषणा का पालन करते हुए मानों चतरा जिला गंगा स्नान करने के द्वार पर है. जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी व्यक्ति की शिनाख्त अब तक नहीं हुई है. आपसी सौहार्द तथा विभिन्न पंथों के लोगों का एक ही प्रार्थना कोरोना वायरस से मुक्ति का रहा है. जिले भर में एक दो व्यक्ति की द्वेष जब सतह पर आया तो पुलिस पदाधिकारोयों की डांट के बाद उन्हें भी आपनी गलती का ऐहसास हो गया.
देश के 400 जिलों को ग्रीन श्रेणी में रखा गया है, जिस में चतरा जिला भी शामिल है. उक्त जिलों में एक भी कोरोना वायरस से संक्रमित रोगी नहीं पाए गए हैं.
चतरा जिले की जनता, प्रशासनिक अधिकारियों पुलिस अधिकारियों, कर्मियों ने कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए जारी WHO और सरकार की गाइड लाइन को पुर्णतः पालन करने तथा कराने में अभूतपूर्व योगदान पेश किया है. सम्पूर्ण जिला वासी ग्रीन जोन का दर्जा मिलने पर सुरक्षित तथा गर्वान्वित महसूस कर रहे हैं.
Also Read This: स्वयंसेवी संस्था गूंज ने निर्मला कुष्ठ काॅलोनी में बांटे खाद्यान्न
उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह और पुलिस कप्तान अखिलेश बी वारियर के साथ पूरी सिस्टम इस नाज़ुक और महा संकटमय परिस्थितियों का डट कर मुकाबला कर रहे हैं.
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति सीमावर्ती जिलों में मिलने के कारण जिला भी थर्रा उठता था. लेकिन चतरा जिले को पूरी तरह सील रखने में प्रशासन और पुलिस तंत्र के साथ विभिन्न विभागों के खुफिया एजेंसियों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
लॉकडाउन की प्रथम चरण में चतरा का नाम देश के गिने चुने जिलों में शामिल हो गया है. जिन्हें ग्रीन जिलों में शुमार किया गया है. लॉकडाउन के प्रथम चरण का 14 अप्रैल को समाप्त हो रहा है. 24 मार्च को देश के नाम संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरजोर अंदाज में विनम्रता पर्वक आग्रह किए थे कि जान है तो जहान है. अर्थात जिंदगी से बढ़ कर धन दौलत नहीं है. सरकार के समक्ष कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग ही एक मात्र उपाय है. इस असहनीय परीक्षा में चतरा प्रथम स्थान प्राप्त किया है.
Also Read This: सुरक्षा संसाधनों के अभाव में भी ड्यूटी पर तैनात हैं राज्य के पुलिसकर्मी
प्रथम चरण के अंतिम तिथि 14 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम जो भी संदेश आता है, चतरा पूर्णतः पालन करने, कराने को लगभग मानसिक रूप से तैयार है. सुखद खबर यह है कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तेवर में बदलाव है कि जान के साथ जहान की भी प्राथमिकता की बात कही गई है. मतलब साफ है कि बेहतर जिंदगी के लिए आर्थिक समृद्धि का होना भी अति आवश्यक है. ग्रीन जोन होने के कारण चतरा को कुछ अधिक राहत मिलने की सम्भना से इंकार नहीं किया जा सकता है परंतु जिले के बाहर और विशेष रूप से कोरोना वायरस से प्रभावित जिलों के लोगों के लिए आमद वो रफत शायद प्रतिबंधित रह सकता है.
सरकार की ओर से आवश्यक सेवा प्रदान करने वाले एजेंसियां खाद्यान्न, मेडिकल, हेल्थ और प्रेस आदि ने जानजोखिम में डालकर WHO तथा सरकार की गाइड लाइन का पुर्णतः पालन किया है.