दंतेवाड़ा: माओवादियों की बेईमान और झूठी विचारधारा से तंग आ कर छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा के बारसूर पुलिस थाने में 10 महिलाओं समेत 32 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. इन सभी का कहना है कि वे जिला पुलिस की ‘लोन वारातू’ यानी घर वापसी पुनर्वास अभियान से प्रभावित होकर यह कदम उठा रहे हैं.
दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का स्वागत किया. उन्होंने बताया कि इनमें से छह के सिर पर चार लाख रुपये का इनाम था. घर वापसी अभियान के तहत पिछले तीन महीने में 150 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. इनमें से 42 पर इनाम घोषित था. इतना ही नहीं, 50-60 और नक्सली आत्मसमर्पण करना चाहते हैं.
पुलिस ने बताया कि 32 आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से 19 बकेली गांव, चार कोरकोट्टी तथा उडेनार, तुमरीगुंडा और मतासी गांवों के तीन-तीन हैं. ये सभी पुलिस टीम पर हमला, चुनाव और निर्माण कार्यों से जुड़े अधिकारियों पर हमले के आरोपी हैं. पुलिस ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की पहचान उजागर नहीं की है. ये सभी नक्सली दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन, रिवोल्यूशनरी वुमेन आदिवासी आर्गनाइजेशन, चेतना नृत्य मंडली और जनतंत्र गवर्नमेंट ग्रुप से हैं.