रांची: अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर रांची के प्रेस क्लब में बाल प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. जिसमें बाल पत्रकारों ने अपनी बात रखें और अपने पत्रकारिता में आए चुनौतियों के बारे में बताया.
उन्होंने बताया कि वह किस तरह से लोगों को समाज में हो रही कु-प्रथाओं के बारे में जानकारी दे रहे हैं. बाल पत्रकार रहते हुए उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला. जो वह दूसरे बच्चों को बताने के साथ-साथ उनको उसके लाभ और हानि के बारे में बता सकते हैं.
इस प्रेस वार्ता में आए बाल पत्रकारों ने कहा कि उन्होंने बाल विवाह पर ध्यान देते हुए रांची के 5 प्रखंडों में यह अभियान चलाया. जिसमें नामकुम, इटकी, नगड़ी, कांके, ओरमांझी जैसे प्रखंड शामिल हैं.
इसके साथ-साथ वह बहुत सारे कार्यक्रम में भी शामिल हुए और उसमें भाग लेकर और बहुत सी हो रही कुप्रथा को भी रुकवाया. साथ-साथ उन्होंने पत्रकारों से भी बात कर रोज दिखाए जाने वाले खबरों, के साथ-साथ छपने वाली खबरों को कैसे दिखया जाता है इस बारे में जाना और अपने द्वारा किए गए कार्य को भी बताया.
बाल पत्रकारों अपने यूट्यूब सीरीज के दौरान बहुत से नामी चेहरों से मिले और उनसे समाज के कुप्रथाओं के बारे जाना. जिसमें पद्मश्री मुकुंद नायक, कांके विधायक जीतू चरण राम, खिलाड़ी मधुमिता कुमारी जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
बाल पत्रकार सुमित दत्ता ने बताया कि बाल विवाह एक ऐसी कुप्रथा है जो आज से नहीं वर्षों से चली आ रही है और इस समाज को खोखला करते जा रही है.
यह कुप्रथा अधिकतर केरल और बिहार राज्य में होता है. लोग पैसे के लिए अपने बच्चों को बेच देते हैं मुगलों के समय से चले आ रहे इस कुप्रथा का परिणाम लोग आज भी भुगत रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा की यूनिसेफ की ओर से अगर लोगों को जागरूक करने के लिए इस तरह के और भी कार्यक्रम आगे चलाए जाते हैं तो वह अपना योगदान देने के लिए हमेशा तैयार है.
बाल पत्रकार अनन्या ने बताया कि अगर किसी बच्चों को किसी प्रकार की समस्या या पेरशानी होती है तो 1098 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर मदद मांग सकते हैं. उन्हें तत्काल मदद प्रदान की जाएगी.
उन्होंने बताया कि बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं के बारे में हमें जानकारी नहीं थी जब यूनिसेफ की टीम हमारे स्कूल में आए तो उन्होंने हमें इसके बारे में जानकारी दी और हमें इस से अवगत कराया की शादी की असली उम्र क्या होनी चाहिए.
टीम ने हमें मालनूट्रिशन के बारे में भी बताया. जानकारी के अभाव में लड़कियों को बहुत सी बीमारियों का सामना करना पड़ता है इसलिए इसके बारे में प्रत्येक लड़की को पता होना चाहिए जिससे की इससे होने वाली बीमारियों से बच सकें.