साजन मिश्रा,
गोड्डा: बसंतराय प्रखण्ड क्षेत्र के रूपणी गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में मध्याह्न भोजन में बड़ा गड़बड़झाला सामने आया है.
मालूम हो की एक ओर सरकार जहां बच्चे को नियमित स्कूल लाने के लिए मध्याह्न भोजन, किताब, वस्त्र इत्यादि जैसे कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को हरेक सरकारी विद्यालय में निःशुल्क लागू कर बच्चों के स्वास्थ्य को सुदृढ़ रखने के लिए पौष्टिक आहार, फल, अंडा इत्यादि की व्यवस्था बतौर भोजन सूचि के हिसाब से करके बच्चों को भोजन देने का प्रावधान बनाया है. इसे सही तरीके से संचालित करने के लिए अध्यक्ष, सचिव, संयोजिका जैसे महत्वपूर्ण पद देकर नियमित सुचारू रूप से चलाने के लिए नियुक्त किया गया है.
लेकिन बसंतराय प्रखण्ड क्षेत्र के रूपणी गांव के विद्यालय में पदस्थापित प्रधानाध्यापक रविशंकर यादव मध्याह्न भोजन की राशि में गबन कर बच्चे को सूचीबद्ध मध्याह्न भोजन का लाभ नहीं दे रहे हैं. वहीं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सजमुद्दीन ने बताया कि मध्याह्न भोजन का संचालन स्कूल के प्रधानाध्यापक ही करते हैं और मध्याह्न भोजन को सुचारू तरीके के चलाने के लिए दो दिन पूर्व ही बीस हजार रूपये की निकासी कर स्कूल के प्रधानाध्यापक को सुपुर्द कर दिया गया है.
वहीं स्कूल के प्रधानाध्यापक रविशंकर यादव बगैर किसी जानकारी के स्कूल से भी गायब रहते हैं, ऐसे में साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्कूल के प्रधानाध्यापक के द्वारा जहां एक तरफ मध्याह्न भोजन का राशि में गड़बड़ी कर बच्चों तक उसका लाभ नहीं पहुंचने दे रहे हैं वहीं स्कूल से बिना किसी कारण के गायब रहकर खुलेआम विभाग के नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं.
इस बाबत जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक से पूछा गया तो बताया गया कि मध्याह्न भोजन के संचालन में मेरा कहीं कोई योगदान नहीं है ना ही मुझे अध्यक्ष के द्वारा कोई राशि दी गयी है.
बहरहाल ऐसी मनमानी पूरी शिक्षा विभाग के सिस्टम को पारदर्शी करते हुए विभागीय जांच का विषय बन गयी है.
वहीं स्कूली बच्चों ने अपने हक की मांग जिला उपायुक्त एवं सम्बंधित विभाग से करते हुए सूचीबद्ध तरीके से मध्याह्न भोजन संचालित कराने की बात कही.