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स्मार्ट सिटी एडवाइजरी फोरम की बैठक सम्पन्न
ग्वालियर: स्मार्ट सिटी परियोजना से शहरवासियों को जोड़ा जाए. शहर के बुद्धिजीवियों से स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत सुझाव लिए जाए. समाज के विभिन्न वर्गों के साथ संवाद कार्यक्रम कर स्मार्ट सिटी के कार्यों को गति प्रदान की जाए.
स्मार्ट सिटी के तहत एबीडी क्षेत्र के बाहर किस तरह से विकास कार्य संभव हो सकते हैं. इसका प्रस्ताव तैयार किया जाए. यह बात क्षेत्रीय सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने स्मार्ट सिटी एडवाइजरी फोरम की बैठक में कही.
बैठक में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह निगम आयुक्त संदीप माकिन, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन सहित एडवाइजरी कमेटी के सदस्य, सीईओ स्मार्ट सिटी जयति सिंह, एडवायजरी कमेटी के सदस्य विजय गोयल, राजेन्द्र सेठ, रमेश पठारिया सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.
बैठक की शुरुआत में सर्वप्रथम कोविड-19 माहौल में ग्वालियर स्मार्ट सिटी के कंट्रोल कमांड सेंटर की भूमिका के बारे में ग्वालियर स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह द्वारा बैठक में विस्तार से जानकारी साझा की गई.
जिस पर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर नें अधिकारियो को निर्देशित किया कि शहर में कांटेक्ट ट्रेसिंग को लेकर व्यापक स्तर पर कार्य करें ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
बैठक में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह नें बताया कि शहर में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये व्यापक प्रबंध किये जा रहे है. कांटेक्ट ट्रेसिंग और ज्यादा से ज्यादा कोरोना सैम्पल के लिये वर्क फोर्स भी बढाया जा रहा है और शहर में दूकानदारों और ठेला लगाने वालों के साथ गरीब बस्तियों में कोविड-19 को लेकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है, ताकि कोरोना सक्रमण को रोका जा सके.
सांसद शेजवलकर ने स्मार्ट सिटी परियोजना की सलाहकार समिति की बैठक की. समीक्षा करते हुये कहा कि स्मार्ट सिटी के द्वारा शहर और शहर के बाहर सूत्र सेवा के तहत चलाई जा रही बसों का फायदा शहर की जनता को ज्यादा से ज्यादा मिले.
वहीं दूसरे जिलों के रुटो पर जाने वाली बसों को भी बढाया जाये. सासंद शेजवलकर नें कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था और यातायात प्रबंधन में और क्या अच्छे सुधार हो सकते है उन्हें जल्द से जल्द किया जाये.
उन्होंने शहर में बने बस स्टेण्डों को लेकर निर्देशित किया कि गलत जगहों पर बने बस स्टेण्डों को हटाकर सही जगह चिन्हित कर बनाया जाये, साथ ही टेम्पो स्टेण्डों को भी बनाया जाये, ताकि पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुगम हो सके.