नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम पर है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना के नए 1.5 लाख को भी पार कर गए. पिछले कुछ दिनों से देश में रोजाना कोरोना के नए मामले 1 लाख के पार ही आ रहे हैं.
इस बीच पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रोफेसर एवं प्रमुख, डॉक्टर गिरिधर आर बाबू ने कहा है कि 1 मई तक देश में रोजाना कोरोना के 1.8 लाख से 3 लाख के बीच नए केस देखने को मिल सकते हैं.
गिरिधर बाबू ने आशंका व्यक्त की है कि आने वाले कुछ हफ्तों में हम कोरोना का और भी भयानक रूप देख सकते हैं. आने वाले दिनों में नए मामलों की संख्या में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना है. गिरिधर बाबू ने पीटीआई से बातचीत में संक्रमण में हो रही वृद्धि के तीन महत्वपूर्ण कारणों को जिम्मेदार माना है.
उन्होंने बताया कि भले ही सरकार इस बात को नहीं मान रही है, लेकिन ये बात सही है कि कोरोना वायरस के नए स्वरूपों की वजह से संक्रमण में अधिक वृद्धि हो रही है, निश्चित रूप से ये संक्रमण बढ़ने का एक कारण है.
गिरिधर बाबू ने कहा कि विशेष तौर पर यह कहना काफी कठिन है कि भारत में संक्रमण के मामलों में वृद्धि के लिए वायरस के नए स्ट्रेन जिम्मेदार हैं या नहीं क्योंकि ‘जीनोम सीक्वेंसिंग’ अपेक्षा के अनुरूप नहीं हुई है.
इसके अलावा गिरिधर बाबू ने कोरोना की दूसरी लहर के लिए लोगों की लापरवाही को सबसे बड़ा कारण माना है. उन्होंने कहा कि लोगों की संवेदनशीलता की वजह से फिर से संक्रमण फैल रहा है.
उन्होंने कहा, ”हमारे द्वारा की जानेवाली हर चीज, चाहे ये रैलियां हों, मेला आयोजन हो, शादियां हों, इन सबसे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण फैल रहा है.”