रवि सिंह ब्यूरो चीफ
गोरखपुर:- विजयादशमी पर दिन भर चले आयोजनों के बीच शाम साढ़े चार बजे गोरखनाथ मंदिर से भव्य विजय शोभायात्रा निकली. इसकी अगुवाई सीएम और गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने पारंपरिक परिधान में की.
विजयादशमी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, लंकाधिपति रावण का वध कर विजय हासिल कर अयोध्या लौटते हैं. अयोध्या में उनका राजतिलक होता है, इसी राजतिलक के लिए गोरक्षपीठाधीश्वर की विजय शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर मंदिर और रामलीला मैदान के लिए निकली. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर की पारम्परिक पोशाक में योगी, पुजारियों, पुरोहितों और साधु संतों के साथ ढोल नगाड़ों की मंगल ध्वनियों के बीच श्री गुरु गोरखनाथ के गर्भ गृह में पहुंचे. गर्भ गृह के फर्स पर बैठक कर उन्होंने गुरु गोरखनाथ की विशेष पूजन और आरती की. उसके बाद उनका आशीर्वाद लेकर मानसरोवर मंदिर के लिए शोभायात्रा निकली. गोरखनाथ मंदिर से भव्य विजय शोभा यात्रा हर्ष और उल्लास एवं आन बान शान से निकली. सीएम फ्लीट की बुलेट प्रूफ गाड़ी में सवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देखने के लिए सड़क के दोनों किनारों एवं छतों पर भारी भीड़ जुटी थी. हर बार की तरह इस बार सीएम खुले रथ के बजाए सीएम फ्लीट की गाड़ी से ही रवाना हुए.
श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा पर बरसाए फूल
गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर मंदिर और फिर रामलीला मैदान तक सड़कों और छतों पर खड़े लोग शोभायात्रा का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही शोभायात्रा उधर से गुजरी लोगों ने जयकारे श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के साथ शोभा यात्रा पर जम कर फूल बरसाए. शोभायात्रा जिधर से गुजरी सड़क किनारे खड़े श्रद्धालुओं ने उसका जोरदार स्वागत किया. मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ पर आंखे टिकाए हुए था. उनकी गाड़ी जिसके भी सामने से गुजरी, उसके चेहरे खिल गए. हर कोई उन्हें अभिभावदन कर इस मांगलिक अवसर पर आशीर्वाद पा लेने की कोशिश में था. योगी भी सभी के प्रणाम का जवाब देने की कोशिश करते दिखे.