भोपाल:- मध्य प्रदेश के मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य मंत्रालय की हाईटेक एनेक्सी की लिफ्ट में फंस गए. इस घटना के बाद हड़कंप मच गया. सीएम के लिफ्ट में फंसे होने की जानकारी से अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए. कुछ देर में सीएम शिवराज को लिफ्ट से निकाला गया लेकिन पूरे मामले में सो इंजीनियरों पर गाज गिरी.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय की हाईटेक एनेक्सी की लिफ्ट में फंसे
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश मंत्रालय से वापस लौट रहे थे. इस दौरान सीएम अपने कक्ष से मंत्रालय के बाहर जाने के लिए जिस लिफ्ट में घुसे, अचानक वह बंद हो गयी.
एनेक्सी में मौजूद अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों को इस बात की जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया. तत्काल अधिकारीयों ने लिफ्ट को ठीक करवाने के लिए इंजीनियर बुलवाये और सीएम शिवराज को लिफ्ट से बाहर निकाला.
राजधानी परियोजना के दो इंजीनियर्स पर गिरी गाज
वहीं इस घटना के बाद दो अफसरों को निलंबित कर दिया गया. मेंटेनेंस में लापरवाही के कारण भोपाल परियोजना के दो इंजीनियर्स पर सस्पेंशन की गाज गिरी है. जिन अधिकारियों पर कार्रवाई हुई, उनमे राजधानी परियोजना प्रशासन के प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी विद्युत यांत्रिकी शैलेंद्र परमार और उपयंत्री विद्युत यांत्रिकी मनोज यादव शामिल हैं.
600 करोड़ की लागत में बनी एनेक्सी बिल्डिंग
बता दें कि एमपी मंत्रालय की एनेक्सी बिल्डिंग का निर्माण 2018 से पहले तत्कालीन शिवराज सरकार में ही शुरू हुआ, हालाँकि इसका उद्घाटन 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया. इस भोपाल में वल्लभ भवन में बनी इस एनेक्सी टू का निर्माण हाईटेक तरीके से किया गया है. बिल्डिंग में ख़ास तौर पर धौलपुर के लाल पत्थरों का इस्तेमाल हुआ. एनेक्सी भवन 6 लाख वर्ग फीट में फैला हुआ है. वहीं इसके निर्माण में 600 करोड़ से भी ज्यादा की लागत आई. सीएम से लेकर अधिकारियों, मंत्रियों और आम लोगों के आने जाने के लिए एनेक्सी में 16 लिफ्ट लगी हैं.