Ranchi; राज्य के 12 नक्सल प्रभावित जिलों से 2500 सहायक पुलिसकर्मी शनिवार सुबह से मोरहाबादी में जुटे हैं. सहायक पुलिसकर्मियों की मांग है कि उन्हें नौकरी में स्थायी किया जाए. तीन साल पहले उनकी अनुबंध के तौर पर नियुक्ति की गई थी. कहा गया था कि उनकी ड्यूटी संतोषजनक होगी तो उन्हें परमानेंट किया जाएगा.
वर्दी-ए-इंसाफ आंदोलन को लेकर सहायक पुलिसकर्मी शुक्रवार देर रात से मोरहाबादी मैदान में जुटने लगे थे, जो सिलसिला शनिवार सुबह तक जारी रहा.
सहायक पुलिस कर्मियों ने एसएसपी के सामने अपनी मांगों को लेकर बवाल किया. उन्होंने सहयक पुलिस कर्मियों को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वो वहीं माने.
सीएमओ में पुलिसकर्मियों के साथ वार्ता हुई जो विफल रही इसके बाद पुलिसकर्मी मोरहाबादी मैदान में ही डटे रहे. फिर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का के साथ वार्ता हुई. लेकिन वह वार्ता भी असफल रही.