रांची:- सीएमपीडीआई को आईएसओ 37001:2016 एंटी ब्राइबरी मैनेजमेंट सर्टिफिकेट मिला है. यह सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाली कोल इंडिया लिमिटेड की पहली सहायक कंपनी बन गई है. यह जानकारी कंपनी के सीएमडी एस सरन और सीवीओ शिशिर कुमार सिन्हा ने सोमवार को संवादाताओं को दी.
उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), बाहरी प्रमाणन एजेंसी (एक्सर्टनल सर्टिफिकेशन एजेंसी) ने 6 जनवरी से 8 जनवरी, 2021 तक सीएमपीडीआई (मुख्यालय) के सभी विभागों/कार्यों का अंकेक्षण किया. इस क्रम में एजेंसी ने पाया कि सभी विभागों द्वारा एंटी ब्राइबरी मैनेजमेंट सिस्टम का पालन हर तरह से प्रभावकारी है. इसके बाद सीएमपीडीआई (मुख्यालय) को एबीएमएस प्रमाण-पत्र से नवाजा गया.
आईएसओ 37001:2016 किसी संगठन को रिश्वतखोरी को रोकने, पता लगाने और उस पर प्रतिक्रिया देने एवं रिश्वत निरोधक कानून का पालन करने, संगठन की रिश्वतखोरी एवं संगठन के कार्मिक द्वारा रिश्वतखोरी से संबंधित संगठन के कार्यों में मदद करता है.
प्रमाण-पत्र सीएमपीडीआई के प्रति स्टेक होल्डर की विश्वसनीयता, साख, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. क्योंकि एबीएमएस रिश्वतखोरी की जोखिम को रोकता और खारिज करता है.
सीएमपीडीआई अक्टूबर, 2018 एबीएमएस को स्थापित और कार्यान्वित कर चुका है. तब से अब तक सीएमपीडीआई ने रिश्वत निरोधक नीति, सीएमपीडीआई की सभी प्रक्रियाओं में रिश्वतखोरी की जोखिम का मूल्यांकन, आंतरिक अंकेक्षण की प्रणाली तैयार की है. प्रबंधकीय समीक्षा की गई है, जिसके कारण सभी विभागों द्वारा एबीएमएस का पालन किया गया.