रांची: केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी कोल कंपनियों और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक करने रांची पहुंचे. दूसरी तरफ श्रमिक संगठनों ने कमर्शियल माइनिंग के खिलाफ विरोध मार्च निकाला.
केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी अपने रांची दौरे के क्रम में रांची में सीसीएल, बीसीसीएल और इसीएल के अधिकारियों के साथ सी.एम.पी.डी.आई में बैठक की. उनकी समस्याओं से अवगत होकर उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात करेंगे.
मुख्यमंत्री के साथ बैठक में राज्य के कोयला खनन में कंपनियों की आवश्यकताओं पर चर्चा करेंगे और राज्य सरकार अपने पछ से केंद्रीय मंत्री को अवगत कराएंगे.
दूसरी तरफ कमर्शियल माइनिंग के विरोध में बीएमएस के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला जा रहा है. इसी विरोध मार्च के दौरान खलारी कोयलांचल क्षेत्र के सीसीएल के एन के एरिया क्षेत्र और पिपरवार एरिया में भी विरोध मार्च निकाला गया.
इस विरोध मार्च के दौरान भारत सरकार मजदूर विरोधी नीति कोयला उद्योग का निजीकरण किए जाने स्वयं विरोधी कानून में बदलाव करने समेत अन्य मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की गई.
इस विरोध मार्च के दौरान बीएमएस के सभी कार्यकर्ताओं ने पिपरवार क्षेत्र के चौक चौराहे पर पैदल मार्च करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
विरोध मार्च के दौरान बीएमएस के सीसीएल अध्यक्ष एसके चौधरी ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार मजदूर विरोधी कार्य करते हुए सरकारी उपक्रमों को बेचने का कार्य कर रही है, जिसे बीएमएस बर्दाश्त नहीं करेगा, कमर्शियल माइनिंग के विरोध आप विरोध प्रदर्शन निकाला गया है.
18 अगस्त को एक बार फिर पूरे कोयला उद्योग में एक दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया गया है. इससे पहले भी 23 और 4 जुलाई को संयुक्त मोर्चा द्वारा कमर्शियल माइनिंग के विरोध में पूरे कोयला उद्योग के मजदूरों के द्वारा हड़ताल किया गया था.
यूनियन का कहना है कि यदि सरकार अपने नीति में बदलाव नहीं करती है तो बीएमएस के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर इसका विरोध किया जाएगा.