सुभाष प्रसाद सिंह,
जामताड़ा: सुजल एवं स्वच्छ विषय पर आयोजित तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला आज सम्पन्न हुआ. समापन के अवसर पर उपायुक्त गणेश कुमार ने कहा कि जब तक किसी कार्यक्रम के संबंध में विशेष तौर पर प्रचार प्रसार नहीं किया जाएगा तो वह कार्यक्रम सफल नहीं हो सकता है.
इसी तरह सुजल एवं स्वच्छता गांव पर वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार करने एवं लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. इस दौरान प्रशिक्षण ले रहे कर्मियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने स्तर से भी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें, जिससे यह कार्यक्रम सफल हो सके.
उपायुक्त ने कहा कि इस कार्यक्रम के साथ जनप्रतिनिधियों को भी जोड़े जिससे वे अपने स्तर से प्रचार प्रसार कर पाएंगे और लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करेंगे.
कच्चा कचरा प्रबंधन का प्रयास सरकार कर रही है. जिसमें आप लोगों की सहभागिता बहुत ही जरूरी है, जिससे सरकार बिजली का उत्पादन, खाद का उत्पादन कर पाएगी. उससे आप लोगों की आय में बढ़ोतरी होगी, लोगों की जीवन स्तर में भी सुधार हो सकेगा.
उपायुक्त ने कहा कि भारत की आत्मा गांव में बसती है. इसलिए गांव को आर्थिक रूप से मजबूत करने की जरूरत है.
सुजल स्वच्छ गांव पर जल जीवन मिशन एवं कचरा प्रबंधन पर प्रकाश डालकर सभी को अपने घर, गांव और आसपास के क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया.
उपायुक्त ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया. उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा दने जलसहिया मुखिया स्वच्छता ग्राही प्रतिभागियों को सुजल स्वच्छ गांव के संदर्भ में प्रशिक्षण से प्राप्त से प्रशन पुछकर प्रतिभागियों के ज्ञान का आकलन किया. सभी प्रतिभागियों ने संतोषजनक उत्तर दिए.