रांचीः भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना दिवस को पूरे प्रदेश में धूम-धाम से मनाया गया. राजधानी रांची में आज प्रदेश कांग्रेस कमिटी के आहवान पर सर्वप्रथम पूर्वाह्न 10ः30 बजे कांग्रेस कार्यालय में झण्डोतोलन किया गया.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने झंडोतोलन किया. सेवादल के द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि सर्वप्रथम पूर्वाह्न 10ः30 बजे ‘वन्दे मातरम’ के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की गई एवं झण्डोतोलन किया गया.
झंडोतोलन के उपरान्त ‘‘झंडा उंचा रहे हमारा-विजयी विश्व तिरंगा प्यारा’’ का गीत गया. सैकड़ों की संख्या में मौजूद कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने सर्वप्रथम स्थापना दिवस के अवसर पर पूरे राज्य की जनता को शुभकामनाएं दी.
उन्होंने कहा कि 28 दिसम्बर 1885 को कांग्रेस पार्टी की स्थापना हुई थी और भारत का इतिहास वही कांग्र्रेस का भी इतिहास रहा है. देश की आजादी से लेकर राष्ट्र के निर्माण में कांग्रेस पार्टी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिसे देश कभी नहीं भूल सकता है.
आजादी के तुरन्त बाद सबसे पहले हमारे देश के सर्वमान्य नेताओं-राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, बाबा साहेब, मौलाना आजाद, सरीखे नेताओं ने संविधान का निर्माण किया. जिसमें छुआछूत, असामनता, दहेज प्रथा सहित तमाम कुरीतियों को दूर करने की प्रतिबद्धता थी.
पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से उद्योग, कृषि, शिक्षा, विकास के क्षेत्रों में कई काम किये गये. सामाजिक समरसता एवं सामाजिक सदभावना को बनाये रखने में महत्वपूर्ण काम किये गये.
इस अवसर पर कांग्र्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए राज्य की तमाम जनता एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस की 134वें स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनायें देता हूॅं.
उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद पहली बार गठबंधन की सरकार को सबसे बड़ा जनादेश प्राप्त हुआ है, हम सरकार बनाने जा रहे हैं. राज्य की जनता ने हमसे काफी आशायें, अपेक्षायें व उम्मीद रखी है, जिसे आने वाले पॉंच वर्षों में हमें पूरी तरह के साथ जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है.
आज के कार्यक्रम में सांसद गीता कोड़ा, पूर्व मंत्री सुबोध कांत सहाय, प्रदेश कॉंग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राजेश ठाकुर, संजय लाल पासवान, आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव,
शमशेर आलम, राजीव रंजन प्रसाद, डॉ0 राजेश गुप्ता, रमा खलखो, आभा सिन्हा, ज्योति सिंह मथारू, संजय पांडे, सुरेश बैठा, राजेश किरण महतो,
राजन वर्मा, मदन मोहन शर्मा, सुलतान अहमद, मधु कोड़ा, डॉ0 बिनोद सिंह, केदार पासवान, प्रमोद कुमार दूबे, राजू राम,
जगदीश साहु, सलिम खान, अजय कुमार, राजेन्द्र दास, एस0के0 त्रिवेदी, सुबोध गुप्ता, अमिताभ रंजन, डॉ0 आरसी प्रसाद मेहता,
जितेन्द्र त्रिवेदी, दिनेश साहु, प्रेम कुमार, अरूण साहु, भानू प्रताप बड़ाइक, रामानन्द केशरी मुख्य रूप से उपस्थित थे.